राष्ट्रीय स्तर की मासिक एवं हास्य व्यंग्य की अठारह साल पुरानी पत्रिका “अट्टहास” (लखनऊ) का आगामी जनवरी 2019 अंक यूपी, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, बंगाल, असम, अरूणाचल प्रदेश सहित पूर्वांचल एवं पूर्वोत्तर के व्यंग्यकारों पर केंद्रित हास्य-व्यंग्य विशेषांक” होगा। जिसके आतिथ्य संपादन की जिम्मेदारी बिहार के खगड़िया जिला के महेशखूंट बाजार निवासी युवा व्यंग्यकार Vinod Kumar विनोद कुमार विक्की को सौंपा गया है। यह घोषणा माध्यम साहित्यिक संस्थान लखनऊ के महासचिव एवं अट्टहास हास्य-व्यंग्य पत्रिका के प्रधान संपादक अनूप श्रीवास्तव ने अधिसूचना जारी कर की है।
Vinod Kumar : इससे पूर्व अट्टहास बिहार-झारखंड व्यंग्य विशेषांक
गौरतलब है कि महेशखूंट निवासी वर्तमान सहायक शिक्षक तथा पूर्व स्टेशन मास्टर एवं प्रखंड कल्याण पदाधिकारी पद के लिए चयनित विनोद कुमार व्यंग्य जगत में बिल्कुल नया नाम है। बता दें कि इससे पूर्व भी अट्टहास बिहार-झारखंड व्यंग्य विशेषांक अक्टूबर अंक एवं निभा हास्य-व्यंग्य विशेषांक का संपादन भी विनोद कर चुके है। इस विशेषांक की सफलता एवं निष्ठा पूर्ण संपादन से प्रभावित हो प्रधान संपादक अनूप श्रीवास्तव जी ने इस विशेषांक के आतिथ्य संपादन का कमान पुनः विनोद कुमार विक्की को सौंपा है। जिसे कार्यकारी संपादक राम किशोर उपाध्याय ने उचित निर्णय माना है।
इसी के साथ व्यंग्य साहित्य जगत में हालिया कदम रखने वाले युवा व्यंग्यकार विनोद कुमार विक्की के साहित्यिक खाते में एक और उपलब्धि जुड़ गई है। इस विशेषांक की घोषणा को व्यंग्यसेवियों एवं साहित्य सेवियों ने जमकर सराहा है।
विशेषांक में रचना की स्तरीयता को प्रमुखता
“अट्टहास” के इस विशेषांक में देश के चिर परिचित स्थापित व्यंग्यकारों/हास्य रचनाकारों के साथ ही देश के व्यंग्य विधा से जुड़े युवाओं एवं नवोदित व्यंग्यकारों की धारदार रचनाओं को प्रमुखता दी जाएगी। विनोद ने बताया कि कोशिश रहेगी कि इस विशेषांक का संपादन भी पुरी निष्ठा व ईमानदारी से करते हुए इन प्रदेशों के व्यंग्यकारों को अट्टहास के माध्यम से राष्ट्रीय क्षितिज पर ला सकूँ खासकर युवा व्यंग्यकारों को। इस विशेषांक में रचनाओं की स्तरीयता को प्रमुखता दी जाएगी साथ ही बिहार-झारखंड व्यंग्य विशेषांक में रह गई कमी की इस अंक में पुनरावृत्ति ना हो। अट्टहास हास्य व्यंग्य विशेषांक के संपादक का मुख्य उद्देश्य है कि इस पूर्वांचल/पूर्वोत्तर हास्य-व्यंग्य विशेषांक के माध्यम से भारत के सुदूर क्षेत्रों के युवा/ नवोदित/स्थापित व्यंग्यकारों की उत्कृष्ट धारदार तंज युक्त मारक व्यंग्य रचनाएँ देश के हर राज्य के सुधी पाठकों तक पहुँचे।
बिहार सहित राष्ट्रीय स्तर के व्यंग्यकारों एवं पाठकों बुलाकी शर्म, फारूक अफरीदी(जयपुर), अरविन्द तिवारी, विजयानंद विजय, संतराम पांडेय, दिनेश रस्तोगी, विवेक रंजन श्रीवास्तव, सुनीता कम्बोज, अभिजित कुमार दूबे, राजेश मंझवेकर, सुभाष कबरा, गिरीश पंकज, सुरेश सौरभ, शशि पांडेय, वीना सिंह, अनिता यादव, नवल किशोर मिश्रा, श्रवण कुमार उर्मलिया, सुजीत कुमार राणा, आशीष केजरीवाल(महेशखूंट), आर्यन राज गुप्ता, राजन, कैलाश झा किंकर, व्यंग्यश्री सुभाष चन्दर आदि ने इस विशेषांक की अधिसूचना पर प्रसन्नता व्यक्त की है।