देश के law में बदलाव के खिलाफ 2 अप्रैल को दलित संगठनों के बंद के असर ने पूरे भारत को हिला दिया। देश के अलग अलग हिस्सों में भारी संख्या में लोग घायल हो गये। इसके साथ 8 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। प्रदेश में नकारा अफसरों पर मेहरबान योगी सरकार की कार्यशैली से अब आमजन परेशान हो रहे हैं। जिसका असर चुनाव में देखने को मिला। सूत्रों के अनुसार दबी जुबान से जनता योगी सरकार पर अपनी भड़ास निकालने के मूड में दिख रही है। न्याय प्रणाली पर हावी एक समुदाय विशेष के लोगों से प्रदेश में जहां असंतोष फैला है। वहीं आमजन के साथ तालमेल बिठाने में भी सरकार नाकाम साबित हो रही है। सपा सरकार में जिस तरह से अफसरों ने लूट घसोट के साथ जनता के लिए मुशीबत बन बैठे थे। जिसके बाद जनता ने जड़ से उखाड़कर फेंक दिया था।
- वही हाल अब यूपी का महज 1 साल पूरा होने के बाद दिख रहा है।
law, भारत बंद में यूपी के कई जिलों में हिंसक घटनाएं
देश के कई हिस्सों में हिंसा और आगजनी की घटनाएं हुई। यूपी के मेरठ, मुजफ्फरनगर, हापुड़, आगरा, कानपुर, बाराबंकी, फतेहपुर, बुलंदशहर और आजमगढ़ के साथ कई जिलों में हिंसा घटनाएं हुई। जिससे भारी आर्थिक नुकसान के साथ जानमाल का भी नुकसान हुआ। सबसे ज्यादा संघर्ष पश्चिमी यूपी के मेरठ जिले में सामने आया। जहां पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर झड़प हुई। पुलिस ने भीड़ पर लाठियां भांजी तो प्रदर्शनकारियों ने भी पलटवार किया। कई लोग इस हिंसा का शिकार होकर घायल हुए तो घटना में कुछ जगहों पर गोली बारी में जानें भी गई। कंकरखेड़ा थाने की शोभापुर चौकी आग के हवाले कर दी गई। तीन सरकारी बसों में आग लगा दी गई। कई गाड़ियों को फूंक दिया गया, जिसे पुलिस मूकदर्शक बनी देखती रही। देहरादून-दिल्ली हाईवे पर कई घंटों तक जाम लगा रहा।
मेरठ में हिंसा का ठीकरा विधायक के सिर फोड़ा
मेरठ के हस्तिनापुर से 2007 में विधायक रहे योगेश वर्मा के सिर पर हिंसा का ठीकरा फोड़ दिया है।
- वहीं विधायक का कहना है कि वह शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे थे।
- लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों ने आकर आंदोलन को गलत दिशा की ओर मोड़ा।
असामाजिक तत्वों ने आंदोलन को हाइजैक कर फैलाई हिंसा
वहीं बीएसपी प्रमुख मायावती का कहना है कि दलित आंदोलन को कुछ असामाजिक तत्वों ने हाईजैक किया।
- इसके बाद बदनाम करने के लिए साजिश रची गई और हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया गया।
असामाजिक तत्वों की करे जांच
पूर्व विधायक योगेश वर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं उनके साथ 200 से ज्यादा अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया है।
- मंजिल सैनी ने बताया कि जो भी साजिशकर्ता हैं उनके खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा।
- लेकिन पुलिस अभी तक आंदोलन को हिंसा की भेंट चढ़ाने वालों को नहीं पहचान सकी है।
मेरठ में इंटरनेट सेवा बंद
मेरठ में अभी हालात सामान्य हैं। लेकिन पुलिस-प्रशासन अलर्ट पर है।
- आज मेरठ और गाजियाबाद के स्कूलों को बंद रखा गया है।
- साथ ही में दोपहर 2 बजे तक इंटरनेट सेवा बंद रखी गई है।
- साइबर सेल ने सोशल मीडिया पर निगरानी बनाने के साथ लगातार मानीटरिंग कर रही है।