प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित किया। दिल्ली के एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में हुई बैठक को भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने भी संबोधित किया। इस बैठक में भाजपा के सभी राष्ट्रीय पदाधिकारी, प्रदेशों के अध्यक्ष, राज्यों के प्रभारी व सह-प्रभारी तथा राज्यों के संगठन मंत्री भी शामिल हुए।
प्रधानमंत्री ने दीप प्रज्जवलित कर बैठक की शुरुआत की और बाद में उसे संबोधित भी किया। बैठक में कोविड-19 महामारी के दौरान मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई और इस संबंध में एक शोक प्रस्ताव भी पारित किया गया। भाजपा महासचिव अरुण सिंह ने बताया कि दिन भर चलने वाली बैठक के दौरान असम, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु सहित पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव, आत्मनिर्भर भारत अभियान और तीन कृषि कानूनों के बारे में भी चर्चा होगी।
उन्होंने बताया कि बैठक में फिलहाल प्रस्तावों पर चर्चा हो रही है और बैठक के बाद पार्टी के आगामी कार्यक्रमों की रुपरेखा की घोषणा की जाएगी। कोरोना महामारी के दौरान यह राष्ट्रीय पदाधिकारियों की पहली बैठक है जिसमें नेता प्रत्यक्ष तौर पर शामिल हुए।
यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब तीन कृषि कानूनों को लेकर पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर पिछले लगभग तीन महीने से आंदोलन कर रहे हैं। आंदोलन कर रहे किसान संगठन अपने आंदोलन को देशव्यापी बनाने की कोशिशों में हैं और वे लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमलावर हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों को संबोधित और मार्गदर्शन करने के बाद, राज्यों में आगामी विधानसभा चुनावों, आत्मनिर्भर भारत अभियान और कृषि कानूनों पर चर्चा की। राज्य आधारित समूह की बैठकें और भविष्य की कार्यक्रमों पर चर्चा और घोषणा की जानी है।’