जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव की अटकलों के बीच जम्मू को अलग राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग तेज हो गई है. बुधवार को कश्मीर में गुप्कार गठबंधन ने प्रदेश को राज्य का दर्जा देकर धारा 370 की बहाली की मांग दोहराई हैं.
नेशनल कॉन्फ्रेंस और श्रीनगर सांसद फारूक अब्दुल्ला ने इस बात से इनकार किया है कि गठबंधन ‘बड़े विकास’ की संभावना पर प्रतिक्रिया दे रहा था. घाटी में इस बात को लेकर चर्चा है कि कैसे अर्धसैनिक बलों की 200 कंपनियों का आगमन कैसे इस बात की ओर संकेत करता है कि कश्मीर में कुछ चल रहा है. अब्दुल्लाह ने कहा, ‘हम से अब तक जारी अटकलों को लेकर ना ही किसी चीज के बारे में पूछा गया और ना ही जानकारी दी गई है.’
जहां एक तरफ केंद्र सरकार प्रदेश में परिसीमन कर जम्मू और कश्मीर संभाग में विधानसभा की सीटों के अंतर को खत्म करना चाहती है, वहीं दूसरी तरफ प्रदेश में पूरा विपक्ष जम्मू कश्मीर को दोबारा राज्य का दर्जा देकर धारा 370 की बहाली की मांग पर अड़ा है.
इससे पहले जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के सज्जाद लोन इस भूमिका को निभा रहे थे. उन्होंने बीते साल गठबंधन से नाता तोड़ लिया था.गुप्कार गठबंधन के साथ नहीं है, क्योंकि कश्मीर में पाकिस्तान परस्त ताकते अभी भी सक्रिय हैं, जबकि जम्मू में लोग राष्ट्र भक्त हैं.