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अगर संविधान न होता तो क्या-क्या होता? शोषकों की वाहवाही होती और शोषितों की तबाही होती – दीपक क्रांति

बदलाव मंच द्वारा भव्य कवि सम्मेलन आयोजित

झारखण्ड/ राजस्थान। राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय बदलाव मंच द्वारा ऑनलाइन गूगल मीट पर 26 जनवरी को ‘लोकतंत्र और हम’ राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। देर रात तक चले इस कार्यक्रम को लगातर देशभक्ति से सराबोर होकर सफल रूप से आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि दीपक क्रांति, विशिष्ट अतिथि एल.एस. तोमर, कार्यक्रम संयोजिका व अध्यक्षा रूपा व्यास थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. रेखा मंडलोई ‘गंगा’ मध्य प्रदेश) व प्रकाश कुमार मधुबनी ‘चंदन’ (दिल्ली) द्वारा किया गया।

बदलाव मंच संस्थापक अध्यक्ष, मार्गदर्शक व कार्यक्रम मुख्य अतिथि दीपक क्रांति ने अपनी प्रसिद्ध कविता ‘दंगा और लोकतंत्र’ सुनाई जो कि इस लोकतंत्र के सच को उजागर करते हुए कई सवाल खड़े करती है। और कई ज्वलंत बातों पर विचार करने के लिए सभी को मजबूर करती है और साथ ही उन्होंने अपने चिर-परिचित अंदाज में मोदी और नाना पाटेकर की मिमिक्री करते हुए अपनी कविता “अगर संविधान नहीं होता तो क्या होता” सुनाकर वाहवाही लूटी।

“अगर संविधान न होता तो क्या-क्या होता? शोषकों की वाहवाही होती और शोषितों की तबाही होती। जाति-व्यवस्था ही महान होती। कर्म महान नहीं होता। महिलाओं या मजदूरों का अपना कोई स्वाभिमान नहीं होता। जो संविधान नहीं होता। आधुनिक भारत या इंडिया गणतांत्रिक हिंदुस्तान नहीं होता।”

इस अवसर पर बदलाव मंच व कार्यक्रम अध्यक्षा रूपा व्यास ने कहा कि आज के दिन ही संविधान लागू हुआ था। हम यह संकल्प लें कि अपने देश के संविधान की सुरक्षा करेंगे। कार्यक्रम का संचालन प्रकाश मधुबनी और डॉ. रेखा मंडलोई द्वारा शानदार तरीके से किया गया।कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि एल.एस. तोमर(प्रोफेसर मुरादाबाद) ने लोकतंत्र पर अनुकरणीय वक्तव्य पर प्रस्तुत किया।

इस अवसर पर राष्ट्रीय कवि सम्मेलन में प्रतिभाग करने वालों में रूपेश क्रांति, एल. एस. तोमर, डॉ. रेखा मंडलोई’गंगा’, प्रकाश कुमार मधुबनी’चंदन’, दीपा पंत’शीतल’ उदयपुर’, कविता ‘पंत’, सुदिती पंत’अहमदाबाद’, मिथलेश कुमार सिंह, वाराणसी, रजनी वर्मा’भोपाल’, विपिन विश्वकर्मा’वल्लभ’कानपुर, नीलम डिमरी’उत्तराखंड’, साक्षी ‘नई दिल्ली’, सुधा तिवारी देवरिया, निर्मल जैन’नीर’, साई स्मिता’ पाल रांची, अम्बिका झा, डॉ. गीता पांडे ‘अपराजिता’ यूपी, सुखदेव टेलर निम्बी जोधपुर, भास्कर सिंह माणिक कोंच, डॉ. उमेश सिंह वाराणसी, प्रियंका साव पूर्व वर्धमान, आलोक कुमार यादव वाराणसी, डॉ. श्रवण कुमार वाराणसी, प्रो. डॉ. दिवाकर दिनेश गौड़ गोधरा, ब्रह्मानंद गर्ग, अनिता मंत्री, चेतना जोशी, धर्मेन्द्र जोशी, गुरुदीन वर्मा आदि समेत अन्य सभी ने देशभक्ति से परिपूर्ण सार्थक रचनाएं प्रस्तुत कीं। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम संयोजिका व अध्यक्षा रूपा व्यास द्वारा दिया गया।

इस अवसर पर बदलाव मंच ट्रस्ट अध्यक्ष रूपक क्रांति, डॉ. सत्यम भास्कर, अर्चना फौजदार, नंदिता रवि चौहान, सुनील दत्त मिश्रा, वैज्ञानिक अधिकारी गौतम आनंद, शिव प्रकाश, चन्द्र प्रकाश गुप्त ‘चन्द्र’, गीता पांडेय आदि कार्यक्रम में उपस्थित थे।

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