- Published by- @MrAnshulGaurav
- Monday, June 13, 2022
बिधूना। क्षेत्र के गांव कैथावा में चल रही श्रीमद्भगवत कथा में पांचवे दिन सोमवार को भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। जिस समय भगवान कृष्ण का जन्म हुआ और उनकी झाांकी निकाली गयी तो पूरा पंडाल नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की जयकारों से पूरा पंडाल गूंज उठा और भक्त झूमते नाचते नजर आये।
इसके अलावा श्रद्धालु भगवान कृष्ण के वेश में नन्हें बालक के दर्शन करने के लिए लालायित नजर आये। इस दौरान महिलाओं ने अपने घरों से बनाकर लाये गए लड्डुओं से भगवान को भोग लगाया गया।
इस अवसर पर भागवताचार्य पंडित प्रभात कुमार अवस्थी ‘‘गोवन्दि जी’’ ने भगवान श्रीकृष्ण की जन्म की कथा का प्रसंग सुनाया। उन्होंने कहा कि कृष्ण ने अपने भक्तों का उद्धार व पृथ्वी को दैत्य शक्तियों से मुक्त कराने के लिए अवतार लिया था। जब-जब पृथ्वी पर धर्म की हानि होती है, तब-तब भगवान धरती पर अवतरित होते हैं। कहा जब धरती पर चारों ओर त्राहि-त्राहि मच गई, चारों ओर अत्याचार, अनाचार का साम्राज्य फैल गया तब भगवान श्रीकृष्ण ने देवकी के आठवें गर्भ के रूप में जन्म लिया।
भगवान की लीला वे स्वयं ही समझ सकते हैं। भगवान कृष्ण के जन्म लेते ही जेल के सभी बंधन टूट गए और भगवान श्रीकृष्ण गोकुल पहुंच गए जिसके बाद उन्होंने कंस का संहार किया। इस अवसर पर उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण की विभिन्न बाल लीलाओं का वर्णन किया। कथा के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। इस दौरान श्रोताओं ने भाव विभोर हो कथा को सुना।
कथा के विश्राम पर आरती के बाद प्रसाद का वितरण किया गया। इस दौरान परीक्षित वीरमती सिंह व उनका नाती आर्यन सिंह के अलावा धनन्जय सिंह सेंगर, संजय सिंह सेंगर, अरूण सिंह भदौरिया मोनू, गौरव भदौरिया, रणजीत सिंह सेंगर, शिवेन्द्र सिंह सेंगर, अरविन्द प्रताप देव, विवेक चन्द्र दुबे, हरिओम प्रजापति, अमित सेंगर, राधेश्याम प्रजापति, सेवक राम प्रजापति, डा. प्रताप सिंह, अरविन्द शर्मा, किशन लाल बाथम, उजाला सेंगर, दीक्षा सिंह, श्रीमती शीला सिंह, गुड्डी देवी, रश्मि सिंह, शशि सिंह आदि महिला व पुरूष श्रद्धालु मौजूद रहे।
रिपोर्ट – शिव प्रताप सिंह सेंगर