यूपी में जल्द ही गंभीर मरीजों को घर के निकट इलाज मिलने की सुविधा में और इजाफा होगा। प्रदेश में 50 से लेकर 300 बेड के नए अस्पताल बनेंगे। इनमें ओपीडी व मरीजों के भर्ती का इंतजाम होगा। आईसीयू की सुविधा भी होगी। पब्लिक प्राइवेट पार्टनशिप (पीपीपी) मोड पर डायलिसिस की सुविधा भी मरीजों को मुफ्त मुहैया कराई जा सकती है।
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यूपी में 50 से 300 बेड के 20 अस्पताल बनेंगे। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के मुताबिक 50 बेड की क्षमता वाले आठ नए अस्पताल बनेंगे। इसमें करीब 400 बेड होंगे। 100 बेड की क्षमता वाले आठ अस्पताल बनेंगे। इसमें 800 बेड होंगे। 200 बेड की क्षमता का एक अस्पताल बनेगा। जबकि 300 बेड क्षमता के तीन अस्पताल बनाए जाएंगे। इनमें 900 बेड होंगे। इन 20 नए अस्पतालों के बनने से कुल 2300 बेड का इजाफा हो जाएगा।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक (Deputy CM Brajesh Pathak) का कहना है कि प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को रफ्तार देने की दिशा में लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। अस्पतालों में इलाज की आधुनिक सुविधाएं बढ़ाई जा रही है। ताकि मरीजों को प्राइवेट अस्पताल व डायग्नोस्टिक सेवाओं की तरफ रुख न करना पड़े। उन्होंने बताया कि 20 नए अस्पताल बनाये जा रहे हैं। इससे मरीजों को बड़े शहरों की तरफ दौड़ नहीं लगानी होगी। बड़े अस्पतालों में मरीजों का दबाव कम होगा। इससे गंभीर मरीजों को और बेहतर व जल्द इलाज मिल सकेगा।