हम सभी प्रायः देखते हैं की व्रत में सेंधा नमक(Rock salt) का प्रयोग किया जाता है। शायद आपने कई बार सोचा भी हो की आखिर सेंधा नमक ही क्यों।
जानें सेंधा नमक(Rock salt) ही क्यों…
वास्तव में नमक 5 तरह के होते हैं –
1)समुद्री या सूखा नमक
2)रोमाका या सामभार(गुजरात के ताल से और राजस्थान के सामभार झील से प्राप्त )
3) विदा(अमोनियम नमक)
4)सौवर्चला लवाना
5)सेंधा नमक
नवरात्रि में सेंधा नमक ही क्यों?
आयुर्वेद में सेंधा नमक को अनप्रोसेस्ड होने के कारण सबसे शुद्ध नमक के रूप में जाना जाता है। साथ ही सेंधा नमक केमिकल मुक्त भी होता है। जब आप व्रत करते हैं तो आप जो भी थोड़ा बहुत खाते हैं, उसके पोषक तत्व का आप भरपूर लाभ उठा सकें, इसलिए सेंधा नमक खाने की सलाह दी जाती है।
और भी फायदे हैं सेंधा नमक के
वास्तव में नवरात्रि साल में दो बार आती है और इस समय मौसम में परिवर्तन होता है। सेंधा नमक में प्रतिरोधक क्षमता अधिक होने से इसका सेवन करना सही होता है।
- इससे मेटाबोलिज्म बढ़ता है और प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।
- सेंधा नमक में शरीर को ठंडा पहुंचाने वाले गुण होते हैं।
- इसमें सोडियम का स्तर कम होता है और पोटैशियम ज्यादा होता है।
- यह ब्लड प्रेशर को प्रभावित किए बिना ही इलेक्ट्रोलाइट्स को मेंटेन रखता है।
- सेंधा नमक आंखों की सेहत के लिए अच्छा होता है।
- इसमें आयरन, जिंक, मैग्नीशियम और कॉपर जैसे खनिज होते हैं।
- सेंधा नमक में किसी प्रकार का मिश्रण नहीं होता।
- यह पाचन तंत्र के लिए भी अच्छा होता है।