लखनऊ। जौनपुर निवासी पूर्व आईएएस सदाकांत शुक्ल आज गीता जयंती पर यूपी की राजधानी लखनऊ के प्रसिद्ध हनुमान सेतु मंदिर में गीता पाठ करने जा रहे हैं. पूर्व आईएएस सदाकांत शुक्ल द्वारा सेवाकाल में भारत माता की पीठ में छुरा घोंपकर चीन सीमा के पास के एक संवेदनशील प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार द्वारा 200 करोड़ का घोटाला करने का आरोपी बताते हुए राजधानी लखनऊ के राजाजीपुरम क्षेत्र निवासी सोशल एक्टिविस्ट उर्वशी शर्मा ने सदाकांत द्वारा आज गीता जयंती पर यूपी की राजधानी लखनऊ के प्रसिद्ध हनुमान सेतु मंदिर में गीता पाठ के कार्यक्रम के धार्मिक आयोजन को विभिन्न संचार माध्यमों से प्रचारित प्रसारित कराने को सदाकांत द्वारा अपने पूर्व के भ्रष्टाचारों के पापों पर पर्दा डालने की साजिश मात्र बताया है.
बकौल उर्वशी जो सदाकांत शुक्ल अपने अब तक के जीवन काल में अपनी प्रथम व्याहता पत्नी को न्याय नहीं दे पाया और जिस सदाकांत ने जीवन भर उस महिला को प्रताड़ना के अतिरिक्त कुछ नहीं दिया, उस सदाकांत द्वारा भगवान श्री कृष्ण के श्रीमुख से निकली न्याय और धर्म की वाणी के लिपिबद्ध रूप ‘गीता’ के सार्वजनिक पाठ का तब तक कोई नैतिक अधिकार नहीं है जब तक सदाकांत अपनी प्रथम व्याहता पत्नी को न्याय नहीं दे देता है.
आगामी विधानसभा चुनावों से पूर्व सदाकांत द्वारा व्यापक प्रचार प्रसार के बाद किये जा रहे इस धार्मिक आयोजन को उर्वशी ने सदाकांत का सस्ती लोकप्रियता पाकर लाइमलाइट में आने और फिर आगामी विधानसभा चुनावों में किसी राजनैतिक दल का टिकट पाने का हथकंडा मात्र बताया है और सदाकांत से अपील की है कि वह धर्म का दुरुपयोग अपने निहित निजी स्वार्थों की पूर्ति के लिए न करें. उर्वशी ने सदाकांत पर सरकारी सेवा के दौरान सरकारी पद का खुला दुरुपयोग अपने निहित निजी स्वार्थों की पूर्ति के लिए करने का आरोप भी लगाया है.
उर्वशी ने कहा है उनके पार प्रचुर मात्रा में प्रमाण हैं और उन्होंने सदाकांत को इन सभी मुद्दों पर मीडिया के समक्ष इन-कैमरा सार्वजनिक बहस की चुनौती भी दी है.