भारत में कोविड के एक्टिव मामलों का आंकड़ा 4 हजार के पार चला गया है. कुछ राज्यों में कोरोना के केस बढ़ रहे हैं. साथ ही कोविड से मौत के मामलों में भी इजाफा हो रहा है. कोविड के केस बढ़ने के बीच अब वैक्सीन को लेकर भी लोगों के मन में कई सवाल आ रहे हैं.
सबसे बड़ा सवाल है कि जिन लोगों ने कोरोना की बूस्टर डोज ले ली है क्या उनको एक और यानी चौथी डोज की जरूरत है? ये सवाल इसलिए आ रहे हैं क्योंकि इस समय दुनियाभर में ही कोरोना के केस बढ़ रहे हैं. बीते एक महीने में कोविड के नए मामलों में 50 फीसदी तक का इजाफा हुआ है.
कोविड के नए वेरिएंट जेएन.1 की वजह से केस बढ़ रहे हैं. भारत में भी इस वेरिएंट के करीब 63 मामले दर्ज किए जा चुके हैं. केरल के बाद कई राज्यों में ये वेरिएंट फैल रहा है. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि क्या अभी कोरोना वैक्सीन की खुराक लेनी चाहिए.
वैक्सीन की चौथी डोज की जरूरत है?
देश में सार्स-कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम यानी INSACOG के चीफ एनके अरोड़ा के मुताबिक, फिलहाल देश में कोरोना वैक्सीन की चौथी डोज की जरूरत नहीं है. केस भले ही बढ़ रहे हैं, लेकिन गंभीर खतरा नहीं है, हालांकि जिन लोगों को कोई गंभीर बीमारी है या फिर जिनकी उम्र 60 साल से अधिक है वह बचाव के लिए तीसरी डोज यानी बूस्टर खुराक ले सकते हैं. जिन लोगों को कोई परेशानी नहीं है उनको चौथी डोज लेने की जरूरत फिलहाल नहीं है.
डॉ अरोड़ा ने कहा कि कोरोना के नए वेरिएंट के लक्षण फिलहाल फ्लू की तरह ही है. इससे कोई गंभीर परेशानी नहीं दिख रही है, हालांकि बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी राज्यों को कोविड टेस्टिंग और जीनोम सीक्वेंसिंग बढ़ाने का निर्देश दिया गया है. जिससे समय पर नए वेरिएंट की पहचान की जा सकती है. द हिन्दू से बातचीत में डॉ अरोड़ा ने कहा कि जेएन.1 वेरिएंट ओमिक्रॉन का ही सब वेरिएंट है, यह भारत में ज्यादा खतरनाक नहीं दिख रहा है.
बढ़ रहे हैं केस
भारत में कोविड वायरस के केस बढ़ते जा रहे हैं. सबसे ज्यादा केस केरल से रिपोर्ट किए जा रहे हैं. केरल में कोविड के 3 हजार से अधिक एक्टिव केस हैं. पूरे देश के करीब 90 फीसदी से ज्यादा एक्टिव मामले केरल से ही आ रहे हैं. बीते कुछ दिनों से देश की राजधानी दिल्ली में भी कोविड के मामले बढ़ने लगे हैं. ऐसे में एक्सपर्ट्स ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है.