माइक्रोसॉफ्ट ने 32 बिट लैपटॉप और कंप्यूटर के लिए विंडोज 10 का सपोर्ट बंद कर दिया है। मई 2020 32 बिट वाले सिस्टम में विंडोज 10 काम नहीं करेगा। कंपनी ने कहा है कि विंडोज 10 के लिए कम-से-कम 64 बिट का सिस्टम होना चाहिए।
माइक्रोसॉफ्ट ने इसी साल 2020 में इससे पहले कंपनी ने विंडोज 7 का सपोर्ट बंद किया था। विंडोज 10 के 2004 वर्जन के लिए 64 बिट वाले सिस्टम की जरूरत होगी, जबकि 32 बिट वाले सिस्टम के लिए माइक्रोसॉफ्ट कोई अपडेट नहीं देगा, हालांकि इसका मतलब यह नहीं कि पहले से 32 बिट सिस्टम पर काम कर रहे विंडोज 10 बंद हो जाएंगे।
पुराने 32 बिट वाले सिस्टम में विंडोज 10 के सभी फीचर्स और सिक्योरिटी अपडेट मिलते रहेंगे लेकिन किसी नए 32 बिट वाले सिस्टम में विंडोज 10 अब इंस्टॉल नहीं किया जा सकेगा। माइक्रोसॉफ्ट ने 32 और 64 बिट पर काम करने वाले विंडोज 10 डिवाइस को लेकर कोई आंकड़ा तो जारी नहीं किया है लेकिन अप्रैल 2020 में हुए स्टीम हार्डवेयर के सर्वे के मुताबिक सिर्फ 0.20 फीसदी ही 32 बिट वाले सिस्टम हैं जिनमें विंडोज 10 है, जबकि 64 बिट वाले विंडोज 10 सिस्टम की संख्या 86.08 फीसदी है।
बता दें कि हाल ही में Microsoft ने एक साथ 113 सिक्योरिटी पैच जारी किए हैं। इन सिक्योरिटी पैच को विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम में आए बग को फिक्स करने के लिए जारी किया गया है। इन बग्स का फायदा उठाकर हैकर्स दूर बैठे भी यूजर्स के कंप्यूटर में वायरस डाल सकते थे।
इनमें से दो बग एडोबी टाइप मैनेजर की लाइब्रेरी में थे जिन्हें CVE-2020-1020 और CVE-2020-0938 नाम दिया गया है। इसकी जानकारी सबसे पहले टेक्निका नाम की वेबसाइट ने दी थी। 113 बग्स में से 19 बहुत ही गंभीर थे, जबकि 4 को महत्वपूर्ण बताया गया है। इसके अलावा चार बग्स का हैकर्स ने फायदा उठाया है और दो बग्स तो सार्वजनिक हो गए थे।