कोरोना काल में सेहत का जितना ध्यान रखा जाए बेहतर होगा। इस बुरे दौर में जिम की मशीनें बंद होने पर फिर से पुरानी पद्धति योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने लगे हैं। योग/प्राणायाम से ऑक्सीजन लेवल बढ़ाया जा सकता है? फेफड़ों को संक्रमित होने से बचाया जा सकता है? कोरोना काल में योग/प्राणायाम कितना फायदेमंद है।
इस योग क्रिया को करने के लिए अपनी जगह पर खड़े हो जाएं. जो लोग खड़े होकर इस क्रिया को करने में असमर्थ हैं वे इसे बैठकर भी कर सकते हैं. जो जमीन पर नहीं बैठ सकते वे कुर्सी पर बैठकर भी इसका अभ्यास कर सकते हैं.
जो लोग कोरोना की चपेट से दूर है उन्हें सूर्य भेदी प्रणायाम करना चाहिए। इसे राइट से सांस लेकर लेफ्ट से छोड़ना होता है और लेफ्ट से लेकर राइट से छोड़ना होता है।
कंफर्टेबल पोजीशन में खड़े होकर हाथों को कमर पर टिकाएं. शरीर को ढीला रखें. कंधों को पूरी तरह से रिलैक्स रखें. सांस छोड़ते हुए गर्दन को आगे की ओर लेकर आएं. चिन को लॉक करने की कोशिश करें. जिन लोगों को सर्वाइकल या गर्दन में दर्द की समस्या हो वह गर्दन को ढीला छोड़ें चिन लॉक न करें. इसके बाद सांस भरते हुए गर्दन को पीछे की ओर लेकर जाएं.