नई दिल्ली। महिलाओं की सुरक्षा के साथ ट्रेनों में हो रही घटनाओं पर रोक लगाने के लिए अब सीसीटवी लगाये जायेंगे। सफर के दौरान पैसेंजर्स की सेफ्टी और सिक्युरिटी बढ़ाने के लिए देश की सभी ट्रेनों में सीसीटीवी लगाने के लिए रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को बताते हुए कहा कि रेलवे 2018 को’ह्यूमन ट्रैफकिंग रोकने और महिला सुरक्षा’ के तौर पर मनाएगा। सुरक्षा के लिहाज से स्टेशन कैंपस के साथ ट्रेनों में क्लोज सर्किट कैमरे(CCTV)लगेंगे और इंटरनेट कनेक्टिविटी मिलेगी। ट्रेनों में लगे इन ऑनलाइन कैमरों का लिंक स्टेशन मास्टर और अफसर से जोड़ा जाएगा। जिनको इन पर निगरानी रखने की जिम्मेदारी होगी।
स्टेशनों पर 2800 एस्केलेटर लगेंगे
रेल मंत्री ने बताया कि ट्रेनों में यात्रियों की सुरक्षा के लिहाज से कई अहम फैसले लिए गए हैं। इनमें पूरे रेल नेटवर्क को सीसीटीवी कैमरों से जोड़ने और स्टेशनों पर 2800 से ज्यादा एस्केलेटर लगाने की योजना शामिल है। इसके लिए सप्लीमेंट्री बजट में फंड शामिल होगा। इसके अलावा रेलवे ने स्टेशन और फुटओवर ब्रिज को’सुविधा’से हटाकर’सुरक्षा’की कैटेगरी में रखा है। इससे उनकी मरम्मत और रखरखाव के लिए रेलवे बोर्ड से इजाजत लेने की जरूरत नहीं होगी।
सीसीटीवी पर नजर रखेंगे स्टेशन मास्टर
पीयूष गोयल ने कहा कि रेलवे के सीनियर अफसरों के साथ’विजन फॉर न्यू रेलवे-न्यू इंडिया 2022’को लेकर चर्चा हो रही है। निर्भया फंड से रकम लेकर सीसीटीवी लगाए जाएंगे। सुरक्षा रेलवे की प्राथमिकता है और इसके लिए रेलवे स्टेशनों के साथ ट्रेनों और रेल पटरियों के किनारे भी सीसीटीवी लगाए जाएंगे। रेलवे ट्रैक के साथ इंटरनेट कनेक्टिविटी मुहैया कराकर सभी कैमरों को ऑनलाइन लिंक किया जाएगा।