Breaking News

Women’s Day 2021 : औरतों की ताकत को दिखाती हैं ये फिल्में, महिला दिवस पर जरूर देखें

8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस(International Women’s Day 2021) मनाया जा रहा है. समाज में महिलाओं की भूमिका की एहमियत को नमन करते हुए ये दिन उन्हें समर्पित किया गया है. बॉलीवुड में भी कई ऐसी फिल्में बनी हैं जिसके जरिए दिखाया गया है कि समाज में औरतों का भी उतना योगदान है जितना पुरुषों का. अब हम आपको बॉलीवुड की कुछ ऐसी फिल्मों के बारे में बताना चाहाते हैं जो महिला दिवस पर आपको जरूर देखनी चाहिए.

मदर इंडिया

महिला केंद्रित फिल्मों की बात होती है तो सबसे पहले मदर इंडिया का नाम सामने आता है. इस फिल्म में नर्गिस लीड रोल में थीं. फिल्म में दिखाया गया है कि नर्गिस के पति उन्हें छोड़कर चले जाते हैं और फिर अकेले वह परिवार और बच्चों की ज़िम्मेदारी उठाती हैं. इस बीच उन्हें कई दिक़्क़तों का सामना करना पड़ता है, लेकिन वह फिर भी परिवार को अकेले हर मुसीबत से बचाती हैं.

इंग्लिश विंग्लिश

श्रीदेवी भले ही आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी फ़िल्में और वो चुलबुला चेहरा आज भी सबके दिलों में बसा है. उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर कई फ़िल्मों में काम किया है, लेकिन फिल्म मॉम और इंग्लिश विंग्लिश महिला दिवस के लिए बिल्कुल परफेक्ट है. इंग्लिश विंग्लिश में दिखाया गया है कि कैसे एक महिला अपने परिवार के लिए खुद को भूल जाती है लेकिन उसका परिवार उसकी वैल्यू नहीं करता और इंग्लिश नहीं आने की वजह से उसकी वैल्यू नहीं करते. फिल्म में दिखाया गया है कि बाद में श्रीदेवी इंग्लिश सीख कर सभी को अपनी वैल्यू समझाती हैं.

मॉम

मॉम में दिखाया गया है कि जब बात पर बच्चे पर आता है तो कैसे एक महिला माँ काली का रूप ले लेती हैं. फिल्म की कहानी है कि सौतेली बेटी का रेप होने के बाद जब मां को क़ानून का सहारा नहीं मिलता तो वो खुद सभी दरिंदों को सजा देती हैं.

कंगना रनौत

कंगना रनौत की फिल्म क्वीन में दिखाया गया है कि कैसे लड़की को सिंपल समझकर शादी से एक दिन पहले दूल्हा मना कर देता है, लेकिन इससे टूटने की बजाय लड़की अपने हनीमून पर अकेले जाती है और अपनी सारी विश पूरी करती है.

नीरजा

सोनम कपूर स्टारर नीरजा की कहानी फ़्लाइट अटेंडेंट नीरजा भनोट पर बनी हैं जिन्होंने प्लेन के हाइजैक होने पर लोगों की जान बचाने में अपनी जान दे दी थी. सोनम को इस फ़िल्म के लिए नेशनल अवॉर्ड भी मिला है.

पिंक
आज भले ही सोसाइटी काफी मॉडर्न हो गई है, लेकिन फिर भी लोग लड़कियों के कपड़ों के अकॉर्डिंग उन्हें जज करते हैं. अगर लड़कियां छोटे कपड़े पहनती हैं तो लोगों के हिसाब से उसका करेक्टर सही नहीं है. अगर वह लड़कों से हंसकर बात करती है तो वो खराब है. इसी मुद्दे पर फिल्म पिंक बनाई गई है. इसमें जो सबसे जरूरी मैसेज दिया गया है वो ये कि अगर कोई भी लड़की किसी लड़के को ना कहती है तो इसका मतलब सिर्फ ना है.

राजी

फिल्म राजी में दिखाया गया है कि आलिया जासूस बनकर अपने देश को बचाने के लिए अपनी जान की परवाह किए बिना ही पाकिस्तान चली जाती हैं. इस फिल्म में आलिया के रोल को काफी पसंद किया गया था. आलिया ने इस फिल्म को इस अपने दम पर चलाया था.

About Ankit Singh

Check Also

ब्रजभाषा फिल्मों में एक्शन हीरो कृष्णा लाल यादव का जलवा, फर्स्ट लुक आउट

मुंबई। ब्रजभाषा फिल्मों में इन दिनों एक्शन हीरो कृष्णा लाल यादव (Krishna Lal Yadav) के ...