रविवार को तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को तृणमूल कांग्रेस में बड़ी जिम्मेदारी दी गई है. पार्टी ने उन्हें तृणमूल कांग्रेस का उपाध्यक्ष नियुक्त किया है और साथ में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति का सदस्य भी नियुक्त किया गया है. तृणमूल कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति को निर्णय लेने के लिए पार्टी की सबसे बड़ी समिति माना जाता है.
यशवंत सिन्हा भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता रह चुके हैं और अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में वे वित्त मंत्री की भूमिका निभा चुके हैं. लेकिन भारतीय जनता पार्टी की मौजूदा सरकार के साथ लंबे समय से उनका मतभेद रहा है और वे कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऊपर सवाल उठा चुके हैं. हालांकि कुछ वर्ष पहले ही उन्होंने ऐलान कर दिया था कि वे किसी भी दल के साथ अब नहीं जाएंगे, लेकिन उस ऐलान के बावजूद वे रविवार को तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए हैं.
रविवार को यशवंत सिन्हां ने कोलकाता स्थित टीएमसी भवन पहुंचकर पार्टी की सदस्यता ग्रहण करके सबको चौंका दिया था. इस अवसर पर उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा सभी संस्थान इस शासन में कमजोर हो गए हैं.
गौरतलब है कि यशवंत सिन्हा पूर्व नौकरशाह रह चुके हैं. ब्यूरोक्रेसी छोड़कर राजनीति में कदम रखने वाले यशवंत सिन्हा पहली बार चंद्रशेखर की सरकार में वित्त मंत्री बने थे. उन्हीं के कार्यकाल में देश का सोना विदेशों में गिरवी रखा गया था. अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार में भी यशवंत सिन्हा केंद्रीय मंत्रीमंडल में रहे और उन्होंने कई मंत्रालयों का कार्य संभाला.