रायबरेली। डलमऊ कोतवाली क्षेत्र के दुर्गापुर मजरे सूरजपुर बनापार निवासी ललित नारायण दीक्षित (35) पुत्र स्व राजनारायण दीक्षित जो कई वर्षो से दुबई में काम करता था।
बीती 7 नवम्बर को उसके पिता राजनारायण दीक्षित की अचानक मौत हो गई जिसकी सूचना पर यह युवक बीती 9 नवम्बर को अपने गाँव आया था।
पिता के अन्तिम संस्कार में सम्मिलित हो कर होने के बाद बीती 15 दिसम्बर को वापस अपने काम पर दुबई लौट गया। अभी 4 दिन ही बीते की अचानक उसकी पत्नी के फोन पर उसके दोस्त का फोन आया कि उस युवक की मौत हो गयी। इतना सुनते ही परिजनों में हडकंप मच गया सभी का रो -रोकर बुरा हाल था। परिजनो के मुताबिक 3 दिन बाद शव आने की उम्मीद है।
चार दिन पहले ही दुबई गया था ललित
होनी को कौन टाल सकता है वह तो हो के रहती है पर कुछ ऐसी घटनाएं हो जाती हैं जो मन को झकझोर कर रख देती हैं। अभी एक माह ही बीता था की पिता की मौत के बाद जवान पुत्र को भी मौत ने अपने आगोश में ले लिया। ललित का स्वभाव था की हर सुबह वह अपने घर को फोन जरुर कर लेता था। लेकिन रविवार को उसका फोन नही आया तो पत्नी रानू ने ललित के नम्बर पर फोन किया लेकिन उसका फोन नही उठा। बाद में उसके एक दोस्त का फोन उसके नम्बर पर आया तो उसने यह सूचना दी की उसके पति इस दुनिया में नही हैं। इतना सुनते ही वह आवक रह गई। मानो दुखों का पहाड़ उस पर टूट पड़ा। जैसे ही परिजनों ने यह बात सुनी वैसे ही पूरे घर में कोहराम मच गया। धीरे-धीरे पूरा मोहल्ला इकट्ठा हो गया। जिसने भी सुना वह उसके घर की ओर भागा।
दरअसल ललित के पिता राजनारायण दीक्षित का निधन बीती 7 नवम्बर को हुआ था। जिसकी सूचना पर यह युवक 9 नवम्बर को अपने गाँव आया था। उसके बाद जब पिता का अन्तिम संस्कार निपट गया तो वह पुनः 15 दिसम्बर को गाँव से दुबई चला गया। अभी 4 दिन ही बीते की उसकी मौत की खबर आ गयी। इस असामयिक घटना से सभी का रो -रोकर बुरा हाल है। अभी कच्ची ग्रहस्थी में युवक का यू चले जाना सभी को अखर रहा था। उसके दो बच्चे जिसमे बड़ा अंशनारायण दीक्षित 10 वर्ष व अविरल दीक्षित 7 वर्ष जिनको अभी शायद यह भी नही मालूम था की अब उनके सर से पिता का साया उठ चुका है। सरल स्वभाव के ललित का इस तरह से हादसे का शिकार होना सभी को रुला गया। अचानक से ऐसा क्या हुआ की उसकी मौत हो गई अभी किसी भी परिजन को इसकी सटीक जानकारी नही है।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा