लालगंज (रायबरेली)। रक्षाबंधन व स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य मे क्षेत्र के निहस्था गॉव के मिनी इंडोर स्टेडियम में आयोजित किए गए कवि सम्मेलन में विभिन्न क्षेत्रों से पधारे कवियों ने रात भर अपनी कविताओं से जनता को लोटपोट कर दिया। कवि सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे डॉ. विनय भदौरिया व कार्यक्रम के अतिथि जिला पंचायत सदस्य यदुवेंद्र प्रताप सिंह पुट्टू ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की।
कार्यक्रम से सबसे पहले गंदागंज से पधारे कवि अभिषेक अंकुर ने पढ़ा “जहां यकीन है तुमको वो सहारा है क्या, जिसे अपना समझते हो तुम्हारा है क्या….. तो युवाओ ने जमकर तालियां बजाई। इसके बाद लखनऊ से पधारे माधव बाजपेयी ने पढ़ा जो उठता बैठता है बात करता गर्मजोशी से, तिरंगा जिसको प्यारा है तिसी ताजपोशी से, तो महफिल तालियों की गडगडाहट से गूंज उठा। वहीं जमुना प्रसाद पांडे ने हास्य के बांणो को छोडते हुए पढ़ा- मोहब्बत ई जमाने मा झंडू बाम होईगै, पहिले पर्दा मा रहि अब खुले आम होईगै, इस पर लोग लोटपोट हो गए। इसके बाद श्रंगार रस के कवि मयंक मिश्रा ने पढा “तुम्हे पास आने का मौका मिलेगा, मोहब्बत जताने का मौका मिलेगा” तो युवाओ ने जमकर वाहवाही की।
हास्य के धुरंधर कवि मधुप श्रीवास्तव नरकंकाल अंत तक अपनी रचनाओं से उपस्थित लोगों को एक जगह पर बैठाए रखा। इसके साथ ही डॉ. विनय भदौरिया, स्वयं श्रीवास्तव , सतीश कुमार सिंह डॉ.शैलेश प्रताप सिंह, सोनी मिश्रा, रंगोली बाजपेयी आदि सहित अन्य कवियों ने अपनी अपनी रचनाओं से खूब तालियां बटोरी। कार्यक्रम का संचालन कवि योगेंद्र प्रताप सिंह ने किया। इस मौके पर ग्राम प्रधान भगवान दीन, यदुवेंद्र प्रताप सिंह पुट्टू, राजेश फौजी, सुरेश सिंह,।अवनेद्र, चित्रकार गब्बर, मदनमोहन, अफजल, आशीष प्रताप सिंह, अयोध्या प्रसाद, आनन्द, प्रेम शंकर तिवारी, छोटू मिश्रा, आशीष गौड़ आदि सहित बडी संख्या में लोग मौजूद रहे ।