भारतीय टीम ने हाल ही में वेस्टइंडीज की टीम को टेस्ट सीरीज में बुरी तरह से हरा दिया। भारत के लिए टेस्ट मैचों में काफी चीजें पॉजिटिव रही, उनमें चाहे अजिंक्य रहाणे की फार्म हो या फिर हनुमा विहारी की दमदार बल्लेबाजी भारत के लिए मध्यक्रम मजबूत दिखाई दे रहा है जबकि गेंदबाजी पहले की तरह से सदाबहार बनी हुई है। जसप्रीत बुमराह के जबरदस्त उभार ने गेंदबाजी को नया पैनापन जरूर दिया है। हालांकि टीम के लिए ओपनिंग बल्लेबाजी बड़ी चिंता का विषय अभी भी बना हुआ है।
यह भी विडंबना है कि वनडे क्रिकेट में जो ओपनिंग बल्लेबाजी भारत की सबसे बड़ी ताकत है वही टेस्ट क्रिकेट में एक समस्या बन जाती है। जबकि जो मध्यक्रम वनडे क्रिकेट में लचर प्रदर्शन करता हैं वही टेस्ट क्रिकेट में मजबूती से उभर रहा है। लोकेश राहुल खासकर समस्या के तौर पर दिखाई देने लगे हैं। राहुल एंटीगा टेस्ट में संघर्ष भरी शुरुआत को बड़ी पारी में तब्दील करने में नाकामयाब रहे राहुल ने जमैका टेस्ट में केवल 13 और 6 ही रन बनाए थे। ऐसे में पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली का मानना है कि रोहित शर्मा को टेस्ट में भी पारी की शुरुआत करनी चाहिए।
गांगुली ने कहा, ‘मैंने पहले भी रोहित को टेस्ट क्रिकेट में सलामी बल्लेबाज के रूप में आजमाने का सुझाव दिया था। मुझे अब भी विश्वास है कि उन्हें मौका दिया जाना चाहिए क्योंकि वह बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं।’ गांगुली का मानना है कि टेस्ट क्रिकेट में अजिंक्य रहाणे और हनुमा विहारी के अच्छे प्रदर्शन के बाद मध्यक्रम में करने के लिए बहुत कुछ नहीं बचा है।
वहीं भारतीय गेंदबाजी से गांगुली काफी खुश दिखाई दिए हैं और उनका मानना है कि जसप्रीत बुमराह आगे भी दुनिया में अपना आधिपत्य कायम रखेंगे। गांगुली ने कहा, ‘केवल बुमराह की स्पीड ही नहीं बल्कि उनकी विविधता और लाइन पर कंट्रोल भी काबिलेतारीफ हैं।’