बच्चों को कुछ सिखाने के लिए महत्वपूर्ण है कि उनकी याददाश्त अच्छी हो. अगर उनकी याददाश्त निर्बल होगी तो फिर वो नई चीजें नहीं सिख पाएंगे या फिर देर से सीखेंगे. याददाश्त निर्बल होने से पढ़ाई पर भी प्रभाव पड़ेगा. इसलिए महत्वपूर्ण है कि बच्चों की याददाश्त बढ़ाने के लिए कुछ तरीका किए जाएं. तो आइए जानते हैं वो कौन से ढंग हैं जिनसे बच्चों की याददाश्त को बढ़ाया जा सकता है.
उनसे बात करें बच्चों से बहुत सारी बात करें व पूछें कि उसके स्कूल में क्या क्या हुआ या फिर उसके दोस्तों का क्या नाम है. अगर आप कभी बाहर घूमने जाएं तो घर आकर उस स्थानके बारे पूछें. ऐसे में आपका बच्चा पिछली बातों को याद करेगा व उन बातों के बारे में कुछ न कुछ कहानियां बनाएगा व उसके दिमाग को सक्रिय रखने में मदद मिलेगी.
मन में चित्र गढ़ने को कहें किसी भी पाठ को याद करने में अगर आपके बच्चे को परेशानी हो रही है तो उसे बताए कि जब भी कोई पाठ को पढ़ें तो उसके बारे में मन में चित्र को सोचें. ऐसा करने से आपके बच्चे को वो पाठ याद रहेगा व जल्दी नहीं भूलेगा.
बच्चे को कहें कि आपको पढ़ाये अपने बच्चे को कहें कि वो आपको छोटी- छोटी बातें सिखाएं जैसे जोड़ घटाना या फिर किसी अन्य विषय का कोई पाठ जो वो चाहे पढ़ाये. ऐसा करते समय ध्यान रखें कि वो ऊंची आवाज में बोले. इन आदतों से निश्चय ही आपके बच्चे की याददाश्त बढ़ेगी व आपका बच्चा पढ़ाई में अव्वल रहेगा.
रंगों के माध्यम से पढ़ायें बच्चों को जो भी कुछ पढ़ाएं उसे भिन्न भिन्न रंगों से अंडरलाइन कर दें. इस तरह से आपका बच्चा रंगों के माध्यम से पाठ को याद रखेगा. इन रंगों में भी ऐसे रंगों का प्रयोग करें जिनसे उन्हें कुछ सीखने को मिले जैसे किसी खास पक्षी का रंग बताने के साथ ही उससे जुड़ा पाठ भी उसे याद हो जाएगा.
एक साथ न पढ़ाएं
आप ऐसा न सोचें कि बच्चा सारा कुछ एक ही दिन में याद कर लेगा. थोड़ा थोड़ा सिखाने से बातें उसके दिमाग में ज्यादा आएंगी. किसी पाठ को याद रखने का एक अच्छा उपाय है.