के समाप्त होने के साथ ही कई दुनिया रिकॉर्ड ऐसे रह गए, जो इस टूर्नामेंट में नहीं टूट सके. ऐसे ही वर्ल्ड रिकॉर्ड में से एक है, पूर्व भारतीय कैप्टन व हिंदुस्तान को पहला दुनियाकप जिताने वाले कपिल देव का. कपिल देव के इस रिकॉर्ड को तोड़ना तो बहुत दूर कोई खिलाड़ी इस रिकॉर्ड के पास तक भी नहीं पहुंच सका व माना तो यही जा रहा है कि अगले 4 वर्ष में कोई खिलाड़ी शायद ही ऐसा आए जो इस रिकॉर्ड को तोड़ पाएक्या रिकॉर्ड है कपिल देव का
दरअसल, कपिल देव का ये रिकॉर्ड कुछ ऐसा है कि वो सबसे कम आयु के ऐसे कैप्टन रहे हैं, जिन्होंने ना सिर्फ अपनी टीम को वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचाया था, बल्कि दुनियाचैंपियन का खिताब भी दिलाया था. कपिल देव ने जब 1983 दुनिया कप के फाइनल में अपनी टीम को पहुंचाया था तो उस वक्त उनकी आयु 24 वर्ष 170 दिन थी. इतनी कम आयु में आज तक कोई भी कप्तान अपनी टीम को फाइनल में नहीं पहुंचा पाया है. आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि 1983 में टीम इंडिया पहली बार वर्ल्ड कप फाइनल में पहुंची थी वखिताब को अपने नाम किया था.
धोनी व जयवर्धने भी लिस्ट में हैं शामिल
सबसे कम आयु में दुनिया कप का फाइनल खेलने व जीतने वाले कप्तानों में दूसरे नंबर पर रिकी पॉन्टिंग हैं, जिन्होंने 2003 में ऑस्ट्रेलिया को दुनिया चैंपियन बनाया था. उस वक्त रिकी पॉन्टिंग की आयु 28 वर्ष 94 दिन थी. इस लिस्ट में महेंद्र सिंह धोनी, केन विलियमसन व महेला जयवर्धने का भी नाम शामिल है. इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर केन विलियमसन हैं, जिन्होंने 28 वर्ष 340 दिन की आयु में अपनी टीम को फाइनल में पहुंचाया. वहीं एमएस धोनी चौथे जगह पर हैं. 2011 वर्ल्ड कप के फाइनल में धोनी की आयु 29 वर्ष 269 दिन थी.वहीं महेला जयवर्धने 29 वर्ष 336 दिन के थे. 2011 दुनिया कप के फाइनल में जयवर्धने श्रीलंका के कैप्टन थे.