फिल्म ‘चक दे इंडिया’ में शाहरूख खान का प्रसिद्ध संवाद आपको याद होगा, जिसमें वह महिला हॉकी टीम की खिलाड़ियों को मैच के 70 मिनट की सम्मान समझा रहे हैं।इंग्लैंड की क्रिकेट टीम के कैप्टन इयोन मोर्गन भी दुनिया कप में अफगानिस्तान के विरूद्ध 71 गेंद की अपनी उस पारी को शायद कभी भूल नहीं पाएंगे, जो कई सारे रिकार्ड उनकी झोली में डाल गई।एक पारी में लगाए 17 छक्के
बाएं हाथ के बल्लेबाज व सीमित ओवर क्रिकेट में इंग्लैंड टीम के कैप्टन इयोन मोर्गन ने 18 जून को ओल्ड ट्रैफर्ड, मैनचेस्टर में अफगानिस्तान के विरूद्ध खेले गए दुनिया कप 2019 के मैच में 24वें मैच में मात्र 71 गेंद की अपनी पारी में 148 रन बनाए व कुल 17 छक्के लगाए। उन्होंने इस दौरान एक पारी में सर्वाधिक छक्के मारने का रिकार्ड कायम किया व छक्कों के महान माने जाने वाले तीन खिलाड़ियों का रिकार्ड पुस्तिकाओं में दूसरे जगह पर धकेल दिया।
पहले भी कई रिकॉर्ड्स कर चुके हैं अपने नाम
10 सितंबर 1986 को जन्मे इयोन जोसफ गेरार्ड मोर्गन के नाम पर व भी कई रिकार्ड हैं। मिडलसेक्स की तरफ से खेलने वाले मोर्गन इंग्लैंड की टीम का अगुवाई करने से पहले आयरलैंड की तरफ से खेलते रहे हैं व दो राष्ट्रों की तरफ से शतक बनाने वाले पहले खिलाड़ी रहे हैं। वह एकदिवसीय क्रिकेट में इंग्लैंड की तरफ से चार से ज्यादा शतक जमाने वाले अकेले बल्लेबाज हैं व पिछले वर्ष आस्ट्रेलिया के विरूद्ध घरेलू श्रृंखला में वह इयान बेल का रिकार्ड तोड़कर इंग्लैंड की तरफ से एकदिवसीय मैचों में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन चुके हैं।
अब तक खेल चुके हैं 204 से ज्यादा मैच
इंग्लैंड के लिए 204 मैच खेल चुके मोर्गन के रिकार्ड की फेहरिस्त यहीं समाप्त नहीं होती। इसी वर्ष मई में पाक के विरूद्ध तीसरे एकदिवसीय मैच में मोर्गन ने इंग्लैंड के लिए 198वां मैच खेलकर सबसे अधिक मैच खेलने का रिकार्ड भी अपने नाम कर लिया। इससे पहले यह रिकार्ड पॉल कोलिंगवुड के नाम पर था। मोर्गन को रिवर्स स्वीप शॉट का माहिर माना जाता है वअंतिम ओवरों के दबाव को बखूबी झेलकर अपनी टीम की जीत का रास्ता हमवार करने के कारण उन्हें संसार के बेहतरीन ‘फिनिशर’ में गिना जाता है।
जानिए मोर्गन के बारे में
मोर्गन का जन्म डबलिन में हुआ व लीसन स्ट्रीट के कैथोलिक यूनिवर्सिटी स्कूल में पढ़ाई करते हुए वह लींस्टर सीनियर स्कूल कप चैंपियन टीमों में खेले। इसी दौरान वह हफ्ते में दो बार हर्लिंग खेला करते थे। यह घास के मैदान पर खेला जाने वाला सबसे तेज खेल माना जाता है, जिसे चपटे सिरे वाले एक बल्ले व गेंद की मदद से खेला जाता है। इसी खेल में महारत के चलते उनमें एक बल्लेबाज के तौर पर रिवर्स स्वीप को इतनी खूबसूरती से लगाने का कौशल विकसित हुआ।
पढ़ाई के दौरान ही क्रिकेट के खेल में मोर्गन की दिलचस्पी बढ़ने लगी थी व अपने हुनर को व बेहतर बनाने के लिए वह कुछ समय तक डलविच कालेज भी गए। वह आयरलैंड की अंडर-13, अंडर-15 व अंडर-17 टीमों का भाग रहे व आयरलैंड की सीनियर टीम में स्थान बनाने वाले सबसे कम आयु खिलाड़ी का रिकार्ड भी अपने नाम कर लिया। 2004 के अंडर-19 दुनिया कप के लिए उन्होंने आयरलैंड की तरफ से खेलते हुए सबसे ज्यादा रन बनाए व 2006 में आयरलैंड की अंडर-19 टीम का नेतृत्व किया।
दिसंबर 2014 में अलिस्टर कुक के जगह पर 2015 दुनिया कप के लिए टीम के कैप्टन बनाए गए मोर्गन को उनके करियर में भले ही ताबड़तोड़ छक्के जमाने वाले बल्लेबाज के तौर पर नहीं जाना जाता, लेकिन 18 जून को 71 रन की उनकी एक पारी दुनियाभर के छक्के जड़ने वाले तमाम धुरंधरों पर भारी पड़ी।