अमरीकी सदन ( US Congress ) में सऊदी अरब के विरूद्ध एक बड़ा निर्णय लिया गया. बुधवार को सदन में सऊदी अरब व उसके सहयोगी राष्ट्रों को 8.1 बिलियन डॉलर के हथियार बेचने के प्रस्ताव पर रोक के लिए वोटिंग की गई. हालांकि, माना जा रहा है कि यह निर्णय अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ( Donald Trump ) के ख़्वाहिश के उल्टा है. साथ ही, आसार जताई जा रही है कि ट्रंप इसके विरूद्ध वीटो का प्रयोग कर सकते हैं.पत्रकार जमाल खशोगी की मर्डर के बाद सांसदों का कदम
सांसदों ने पत्रकार जमाल खशोगी की निर्मम मर्डर के मुद्दे में सऊदी अरब की संलिप्तता के विरूद्ध विरोध जताया था. बुधवार को इनमें से कई सांसदों ने हथियारों के विवादास्पद बिक्री को रोकने के लिए तीन प्रस्तावों मंजूरी दी है. बता दें कि वर्ष की आरंभ में राष्ट्रपति ट्रंप ने आपातकालीन तरीकों के तहत इसकी घोषणा की थी.
ट्रंप लगा सकते हैं निर्णय पर वीटो
हथियारों की बिक्री रोकने का यह प्रस्ताव अमरीकी सीनेट द्वारा मंजूर कर लिया गया है. अब हस्ताक्षर के लिए वाइट हाउस भेजा गया है. हालांकि, ऐसी उम्मीद है कि ट्रंप इस प्रस्ताव पर अपने वीटो का प्रयोग करेंगे. अगर ऐसा होता है तो ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद यह उनका तीसरा वीटो होगा. सदन में यह प्रस्ताव बहुमत से पास हुआ. लेकिन, ट्रंप के वीटो को निरस्त करने के लिए प्रस्ताव को अभी भी 50 वोटों की आवश्यकता थी.
22 भिन्न-भिन्न डील की योजना में हैं ट्रंप
मध्यपूर्वी इलाकों में फैले तनाव के बीच ट्रंप ने सऊदी अरब, यूएई व जॉर्डन से 22 डील करने की योजना बनाई है. वहीं, आलोचकों का बोलना है कि हथियारों की बिक्री से यमन जैसे इलाकों में भयंकर युद्ध की स्थिति पैदा होगी. इस प्रांत में सऊदी व अमरीका संयुक्त रूप से ईरान समर्थित हौती विद्रोहियों के विरूद्ध प्रयत्न कर रहे हैं. संयुक्त देश के मुताबिक, इस प्रयत्न ने संसार के सबसे बेकार मानवीय संकट को जन्म दिया है.