पारस्परिक विश्वास ही प्यार भरे संबंध की नींव होता है। अगर ये भरोसा लड़खड़ा जाए तो प्यार का महल भरभराकर गिरते देर नहीं लगती। लेकिन रिश्तों में कुछ मोड़ ऐसे भी आते हैं जब प्यार होने के बावजूद कपल्स में दूरियां बढ़ती जाती हैं। संबंध में एक दूसरे के प्रति समर्पित होना व साथी के प्रति वफादार होना पहली शर्त है। लेकिन कई बार कुछ ऐसी बातें भी होती हैं जो साथी को धोखे से भी ज्यादा चोट पहुंचाती हैं। आइए जानते हैं उन बातों के बारें में ताकि कभी न आए आपके संबंध में दरार।संबंध में तभी प्यार बरकरार रह सकता हैं जब पार्टनर्स एक दूसरे के साथ बराबरी का व्यवहार करें। कई बार लोग अनजाने में ही अपने साथी का दिल दुखा बैठते हैं। संबंध में दोनों की इच्छाएं, खुशियां अर्थ रखती हैं। अगर आप साथी की ख़्वाहिश का ख्याल नहीं रखेंगे तो उसे दुख पहुंचना लाजिमी है। इसलिए संबंध में स्वार्थ की भावना उसे पूरी तरह से बर्बाद कर सकती है।
रिश्तों में उतार-चढ़ाव आना बेहद स्वाभाविक है। सुख व दुख ज़िंदगी के नियम हैं। आरंभ में हर रिश्ता रूमानी एहसास के साथ शुरु होता है लेकिन जब हम साथी को गहराई से जान जाते हैं तो कुछ बातों पर मतभेद भी होते हैं जिसके चलते आप साथी से सामंजस्य नहीं बैठा पाते हैं। लेकिन इसके बावजूद अगर आप संबंध को रखते हैं भले ही संसार को दिखाने के लिए तो ये साथी के लिए धोखे से ज्यादा खतरनाक होने कि सम्भावना है।
झूठ की आयु लंबी नहीं होती है। लेकिन कई बार बहुत छोटी-छोटी बातों पर हम अपने साथी से झूठ बोल ले जाते हैं या चीजें छिपा लेते हैं। प्रयास करना चाहिए कि साथी से झूठ बोलने की आवश्यकता न पड़े। जिसे आपसे सच्चा प्यार होगा वो आपको आपकी तमाम कमियों के बाद भी स्वीकारेगा।