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अपने एंटी बैक्टीरियल व एंटीसेप्टिक गुणों के कारण बैक्टीरिया को नहीं देता पनपने

यदि किसी कारण से शरीर के बाहरी या अंदरूनी हिस्से में चोट लग जाए, तो प्रभावित आदमी को हल्दी वाला दूध पिलाएं. यह अपने एंटी बैक्टीरियल  एंटीसेप्टिक गुणों के कारण बैक्टीरिया को पनपने नहीं देता.

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डायबिटीज में लाभकारी
हल्दी डायबिटीज के रोगियों के लिए फायदेमंद है. इसके लिए हल्दी को  एक चम्मच आंवले के रस, एक चम्मच शहद  एक चम्मच गिलोय के रस के साथ मिलाकर पिएं.

दूध के साथ हल्दी का सेवन 
हल्दी, मंजिष्ठा, गेरू, मुलतानी मिट्टी, गुलाब जल, एलोवेरा एवं कच्चे दूध को मिलाकर लेप तैयार करें. इसे चेहरे पर लगाने से स्कीन में निखार आता है. हल्दी वाला दूध पीने से स्कीनमें प्राकृतिक चमक पैदा होती है.

यदि आप नजले, जुकाम, खांसी से परेशान हैं, तो गर्म दूध में एक चम्मच हल्दी मिलाकर पिएं, इससे फायदा होगा.
रोज प्रातः काल खाली पेट गुनगुने दूध में हल्दी मिलाकर सेवन करें, तो शरीर के दर्द, पेट के रोग आदि से छुटकारा पा सकते हैं.

रक्त की सफाई करे हल्दी 
हल्दी के सेवन से रक्त साफ होता है.  इसके सेवन से रक्त में उपस्थित विषैले तत्व बाहर निकल जाते हैं. अगर चोट लगने पर तेजी से खून बह रहा है, तो आप उस स्थान तुरंत हल्दी डाल दें.  इससे खून बहना रुक जाएगा.

स्त्रियों के लिए हल्दी का उपयोग 
स्त्रियों में होने वाले श्वेत प्रदर या ल्युकोरिया जैसे रोगों में हल्दी अत्यंत गुणकारी औषधि है. इसके लिए पांच ग्राम हल्दी  अंजीर के तीन टुकड़े का सेवन करने से फायदा होता है.

और भी हैं हल्दी के इस्तेमाल

’हल्दी, खाने वाला चूना  शहद का लेप  बना कर इसे मोच, ऐंठन, चोट  या शरीर में आई सूजन वाली स्थान पर लगाने से तुरंत फायदा होता है.
’एनीमिया, पीलिया, बवासीर, सांस के रोग  लगातार हिचकी आने की स्थिति में हल्दी काली मिर्च के धुएं  को सूंघने से फायदा होता है.
’चर्म रोगों में एक चम्मच कच्ची हल्दी  एक चम्मच आंवले के रस को पानी के साथ लेने से फायदा होता है.
’देसी घी से यदि दुर्गंध आ रही हो, तो उसे दूर करने के लिए हल्दी के पत्तों को पीसकर घी के साथ उबाल लें. इसके बाद इसे छान लें. इससे घी की दुर्गंध दूर हो जाएगी.
’खुजली, दाद या स्कीन पर चकत्ते पड़ जाने पर हल्दी को गौ मूत्र के साथ मिलाकर इसका लेप प्रभावित स्थान पर लगाएं, इससे जल्द आराम मिलेगा.

मोटापा दूर करे 
फैट की चर्बी कम करने के लिए हल्दी, नीबू, पुदीना, तुलसी  अदरक को आपस में मिलाकर चटनी बना लें. इसका नियमित सेवन करें, मोटापे पर काबू पाने में सफलता मिलेगी.

मौसमी रोगों में फायदेमंद
’हल्दी की गांठों को नियमित रूप से चूसने से खांसी में राहत मिलती है. खांसी में हल्दी को भूनकर आधा चम्मच शहद या देसी घी के साथ खाने से भी फायदा होता है.
’जुकाम होने पर हल्दी पाउडर या हल्दी की गांठ को चूल्हे पर गर्म कर इससे निकलने वाले धुएं को सूंघें, फायदा होगा.
’सिरदर्द होने या चक्कर आने पर हल्दी का लेप सिर पर लगाने से फायदा होता होता है.
बरतें सावधानी

हल्दी का सेवन 3 से 5 ग्राम की मात्रा में ही करना चाहिए. विशेष स्थिति में आयुर्वेद विशेषज्ञ की सलाह से इसका सेवन करना चाहिए.

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