देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक इंडिया ने अपने करोड़ों खाताधारकों को आज बड़ी राहत दी है। बैंक ने RTGS, NEFT और IMPS के लिए शुल्क को आज खत्म कर दिया। इसका सीधा फायदा खाताधारकों को मिलेगी और अब उन्हें इन सर्विसेज के लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा। इन सभी चार्ज को 1 अगस्त से खत्म किया गया है।
दरअसल इमीडिएट पेमेंट सर्विस के इंस्टैंट इंटरबैंक इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर सर्विस हैं, जो मोबाइल फोन और एटीएम जैसे अन्य चैनल्स, इंटरनेट बैंकिंग आदि के माध्यम से की जाती है। आईएमपीएस के मामले में बेनिफिशियरी के अकाउंट में तुरंत ही फंड पहुंच जाता है। ऑनलाइन बैंकिंग में फंड ट्रांसफर के तीन विकल्प (एनईएफटी, आरटीजीएस और आईएमपीएस) मिलते हैं।
एसबीआई 10 हजार रुपए तक ट्रांसफर करने के लिए 2.5 रुपए लेता था। वहीं 10 हजार से 1 लाख रुपए तक 5 रुपए NEFT चार्ज है। 1 लाख से 2 लाख रुपए तक 15 रुपए और 2 लाख से ऊपर 25 रुपए चार्ज है। वहीं RTGS ट्रांसफर के लिए 25 रुपए से 56 रुपए तक चार्ज वसूला जाता था। RTGS 2 लाख रुपए से ऊपर का होता है। हाल की मॉनिटरी पॉलिसी में रिजर्व बैंक ने RTGS और NEFT चार्ज 1 जुलाई से खत्म करने का फैसला किया था। बैंक 1000 रुपए तक के IMPS ट्रांसफर के लिए 1 रुपया चार्ज लेता है। 1001 से 10 हजार रुपए तक 2 रुपए, 10001 रुपए से 1 लाख रुपए तक 2 रुपए IMPS चार्ज हैं। वहीं 1 लाख से ऊपर और 2 लाख तक 3 रुपए IMPS चार्ज है। इसमें टैक्स भी जोड़ा जाता है।