कश्मीर पर मोदी सरकार के फैसले से बौखलाए इमरान खान एक के बाद दूसरी गलतियां करते जा रहे हैं। पहले उन्होंने पाकिस्तान की संसद के भीतर बयान देकर कश्मीर में आत्मघाती हमला होने की चेतावनी जारी कर दी और साथ ही पुलवामा जैसे हमलों की भविष्यवाणी भी की। इसके बाद पाकिस्तान में छुप कर बैठे आतंकी संगठनों के सरगना भी खुलकर सामने आ गए। इमरान के इसी चेहरे पर कट्टरपंथी इस्लाम के धुर विरोधी तारिक फतेह ने करारा वार किया है
तारिक फतेह ने इमरान खान के इस बयान को दहशतगर्दी फैलाने का कबूलनामा बताया है। उन्होंने कहा कि ये बयान दहशतगर्दी को फैलाने में इस्लामाबाद के रोल की पुष्टि करता है। उन्होंने इमरान की न्यूक्लियर वॉर की धमकी देने वाले बयान का भी जिक्र किया। इमरान खान के इस तरह के बयानों के बाद पाकिस्तान में दहशतगर्दों ने भी खुलेआम सिर उठाना शुरू कर दिया है।
सबसे पहले कट्टर आतंकियों के सरगना माने जाने वाले कट्टरपंथी मौलाना अब्दुल अजीज का बयान सामने आया। अब्दुल अजीज वही है जो साल 2007 में इस्लामिक बगावत का सरगना था और जिसने इस्लामाबाद की लाल मस्जिद में आतंकियों का अड्डा बना रखा था। अब्दुल अजीज ने सभी कश्मीरियों से मिलकर जिहाद करने की अपील की।
उधर अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित मौलाना मसूद अजहर भी खुलकर सामने आ गया। उसने अपने समर्थकों से एकजुट होने की गुहार की ताकि दुश्मन को समझौते की भीख मांगने के लिए मजबूर किया जा सके। ये आतंक के वे चेहरे हैं जिन्हें पाकिस्तान ने बढ़ते अंतरराष्ट्रीय दबाव के मद्देनजर अलग-अलग ठिकानों में छुपा रखा था। मगर अब मोदी की कश्मीर नीति ने एक बार फिर से अंतरराष्ट्रीय पटल पर पाकिस्तान का ये दोहरा चेहरा बेनकाब कर दिया है।