भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बुधवार को अपनी मौद्रिक समीक्षा बैठक में प्रमुख ब्याज दर (रेपो रेट) में 35 आधार अंकों की कटौती की है। इसके साथ ही रेपो रेट घटकर 5.40 हो गई है। नौ सालों में पहली बार रेपो रेट इतना कम हुआ है।
बता दें कि रेपो रेट कम होने के बाद बैंकों पर होम और ऑटो लोन पर ब्याज दर कम करने का दबाव बढ़ेगा। आरबीआई की ओर से रिवर्स रेपो रेट में भी कटौती की गई है। रिवर्स रेपो रेट घटकर अब 5.15 फीसदी हो गया है। पहले यह दर 5.50 फीसदी थी। रिवर्स रेपो रेट वह दर होती है जिस पर बैंकों को उनकी ओर से आरबीआई में जमा धन पर ब्याज मिलता है।
इस बीच, केद्रीय बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिए जीडीपी के अनुमान को 7 फीसदी से घटाकर 6.9 फीसदी कर दिया है। केंद्रीय बैंक की ओर से यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है जब केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी के लक्ष्य को हासिल करने के लिए 8 फीसदी के जीडीपी ग्रोथ की प्रयास में जुटी है।