पाकिस्तान के कराची में एक ऐतिहासिक हनुमान मंदिर के जीर्णोद्धार कार्य के दौरान कई बहुमूल्य मूर्तियां और कलाकृतियां सामने आयी हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस खोज से मंदिर के निर्माण काल का पता लगाने में मदद मिलेगी। कराची के पुराने सोल्जियर बाजार इलाके के श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर के न्यासी श्री रामनाथ महाराज ने बताया कि कुछ दिन पहले जब इस मंदिर का जीर्णोद्धार कार्य शुरू किया गया तब ये कलाकृतियां मिलीं।
उन्होंने कहा कि जो सबसे चौंकाने वाली बात है, वह यह है कि हमें ज्यादा नहीं खोदना पड़ा। हमने दो या तीन फुट तक ही खुदाई की थी कि ये मूर्तियां मिलीं। इन कलाकृतियों में हनुमान की आठ-नौ मूर्तियां, भैंस जैसी मूर्तियां, गणेश की मूर्तियां, शेरावाली माता की मूर्तियां और मिट्टी के बर्तन शामिल हैं।
ऑल पाकिस्तान हिंदू पंचायत के महासचिव रवि दावनी ने मंगलवार को पीटीआई से बातचीत में इसकी पुष्टि की कि कई मूर्तियां और कलाकृतियां मंदिर की जगह से मिली हैं। उन्होंने कहा कि इन कलाकृतियों से मंदिर के निर्माण काल का निर्धारण करने में मदद मिलेगी। बताया जाता है कि यह मंदिर 1500 साल से भी अधिक पुराना है। इसका हिंदुओं के बीच बड़ा महत्व है। दावनी ने बताया कि हिंदू मानते हैं कि भगवान राम वनवास के दौरान इस मंदिर में आये थे।