गाय व भैंस के दूध के बाद अमूल कंपनी अगले वर्ष जनवरी से कैमल मिल्क मार्केट में उतारने की तैयारी कर रही है। गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड (जीसीएमएमएफ) पहली बार अहमदाबाद के मार्केट में इस दूध को उतारने की तैयारी में है। अहमदाबाद में अगर इसे अच्छा रिस्पांस मिला तो एक सप्ताह के अंदर अमूल कंपनी इसे सारे देश में लॉन्च करेगी। अमूल ने इसकी तैयारी बहुत ज्यादा समय पहले ही कर ली थी। बताया जाता है कि अमूल ने कच्छ की सीमा पर स्थित डेयरी के माध्यम से वहां के ऊंट पालकों से प्रतिदिन करीब 2,000 लीटर दूध खरीद रही है। अमूल फेडरेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर आरएस सोढ़ी ने बताया कि कंपनी देशभर में कैमल मिल्क की बिक्री करने जा रही है। हमें उम्मीद है कि हम 10 हजार लीटर दूध हर दिन बेच सकेंगे। उन्होंने बताया कि कैमल मिल्क से पहले हमने इससे बनी चॉकलेट को मार्केट में उतारा था। चॉकलेट के बेहतर रिस्पॉन्स को देखते हुए अब हमने कैमल मिल्क मार्केट में उतारने की तैयारी की है।
कच्छ की सीमा पर बनी डेयरी के चेयरमैन वालमजी हुंबले ने बताया कि कैमल मिल्क को ज्यादा दिन तक सुरक्षित नहीं रखा जा सकता है। अभी हमारी टीम जिस प्रक्रिया को अपना रही है उससे दूध को केवल चार दिन तक ही बचाया जा सकता है। हम कैमल मिल्क को सारे देश में लॉन्च करना चाहते हैं इसलिए इसे टेट्रा पैक में देने की तैयारी है। इससे दूध 80 दिनों तक बेकार नहीं होगा।
डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहतर दूध
कैमल मिल्क डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत ज्यादा लाभकारी साबित होता है। कैमल मिल्क को पचाना बहुत ज्यादा सरल होता है। इसमें इन्सुलिन प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होने की वजह से यह डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए लाभकारी है।