नमक की खेप में 584 किलो हेरोइन भेजे जाने के मामले में एनआइए के दिल्ली और चंडीगढ़ से पहुंचे सीनियर अधिकारियों ने अमृतसर में इम्पोर्टरों से पूछताछ की. इनसे पाकिस्तान से मंगवाए जाने वाले सामान और डीलरों की लिस्ट भी मांगी है. इस दौरान कस्टम कमिश्नर सहित अन्य सीनियर अधिकारियों के अलावा पंजाब पुलिस मौजूद रही.
टीम ने आइसीपी पर काम करने वाले कस्टम क्लीयरेंस एजेंटों व अन्य के बारे में भी जानकारी हासिल की. यह भी जाना कि कौन-कौन से लोग कितने सालों से आइसीपी पर काम कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि आइसीपी पर काम करने वाले कई कूलियों से भी पूछताछ की गई है. दूसरी तरफ आइसीपी के गोदामों में पाक इंपोर्टेड सामान की 100 फीसद जांच की जा रही है.
पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान से आने वाले ड्राइफ्रूट के भी एक-एक डिब्बे को खोल कर देखा जा रहा है. टीम के अधिकारियों ने गुरुवार को आइसीपी से कुछ रिकॉर्ड अपने साथ भी ले गए थे. इस दौरान आइसीपी पर काम करने वाली एजेंसी एलपीए और कस्टम सहित अन्य विभागों के अधिकारियों से भी पूछताछ की थी. कुछ लोगों के बयान भी लिए थे.
उधर, गोदाम में रखे एक-एक बोरी और डिब्बे की चेकिंग पर ही लाखों रुपये मजदूरी आने की संभावना है. यह मजदूरी कौन देगा, इसके बारे में अभी तक साफ नहीं. वहीं दूसरी तरफ इंपोर्टरों से कहा जा रहा है कि उनके सामान की चेकिंग पर आने वाली लेबर उन्हें ही अदा करनी होगी. दूसरी तरफ कस्टम विभाग के एक सीनियर अधिकारियों ने आइसीपी पर चेकिंग पर चुप्पी साधे रखी.