केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन थमता नजर नहीं आ रहा है। किसान संगठन अब सरकार के साथ बातचीत को लेकर न केवल जिद पर अड़े हैं, बल्कि अब कृषकों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दबाव बनाने की भी तैयारी कर ली है।
अब किसान संगठन गणतंत्र दिवस में मुख्य अतिथि बनकर भारत आने वाले ब्रिटेन के पीएम जॉनसन को रोकने के लिए वहां के सांसदों को पत्र लिखेगी।
उल्लेखनीय है कि प्रदर्शनकारी किसान संगठनों ने नये सिरे से बातचीत के केंद्र सरकार के प्रस्ताव पर आज फैसला ले सकती है। वहीं केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने उम्मीद जताते हुए कहा है कि नये कृषि कानूनों पर गतिरोध को ख़त्म करने के लिए बातचीत जल्द पुन: शुरू होगी।
केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों के एक समूह ने मंगलवार को हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर को काले झंडे दिखाए और अंबाला शहर में उनके काफिले को को रोकने की कोशिश की। दिल्ली की बॉर्डर पर तीन नए कृषि कानूनों की वापसी को लेकर 26 नवंबर से प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में कई प्रदेशों में प्रदर्शन हो रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में किसानों के एक समूह को जब रामपुर-मुरादाबाद टोल प्लाजा पर रोका गया तो उनकी पुलिस के साथ हाथापाई हो गयी। तीन नये कृषि कानूनों के समर्थन में किसानों के एक दल ने दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर धरना दिया, जिसके चलते नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे पर सैकड़ों वाहनों की कतार लग गई।