शरीर को स्वस्थ रखने के लिए नियमित व्यायाम अहम किरदार निभाता है. नियमित रूप से लंबे समय तक व्यायाम करने से शरीर अपनी क्षमताओं का विस्तार करता है. शरीर को शेप में लाने व फिट बनाने के लिए अभ्यास बहुत महत्वपूर्ण है. बहुत सी ऐसी अभ्यास हैं, जो वजन कम कर मसल्स को स्ट्रान्ग बनाकर आपको फैट से फिट बनाती हैं. इंडोर एक्सरसाइसेस इन्हीं में से एक है. बॉडी को फ्लेक्सीबल व मांसपेशियों को मजबूत करने के लिहाज से इनके अनेक फायदे हैं. इन दिनों ये व्यायाम बहुत ज्यादा लोकप्रिय हो रहे हैं. लोग फिट रहने के लिए अब रैगुलर वर्कआउट भी कर रहे हैं. ये ऐसी सरल अभ्यास है, जिससे न केवल आपके हाथ या पैरों की बल्कि सारे शरीर की अभ्यास होती है. बिना किसी उपकरण का यूज किए आप स्ट्रेंथ ट्रेनिंग कर सकते हैं. इसलिए इन्हें अपनी अभ्यास में शामिल करें व फिट रहें. आइए जानते हैं इन पांच अभ्यास के बारे में। रस्सी कूदना– रस्सी कूदना योगा की श्रेणी में आता है इसलिए ये शरीर को फिट बनाने के लिए बहुत ही लाभदायक होता है. यह एक मिनट में 10 से 16 कैलोरी को वर्न करता है. आपके आर्मस व लेग्स को लम्बे समय तक के लिए आराम देता है जिससे दर्द की समस्या से भी छुटकारा पाया जा सकता है.
पॉलीमेट्रीक एक्सरसाइज- ये आपकी शरीर के ऊपरी व निचले भाग की नसों को स्ट्रेंथ कर सकता है. इसमें जंप स्क्वैट्स, क्लैप पुश-अप्स, हाई-स्पीड करते हैं, लेकिन इन्हें करते समय ध्यान रखें कि कहीं चोट न लगे इसलिए इन अभ्यास को ज़्यादा न करें.
कोर ट्रेनिंग– सिंगल लेग एब्डामिन प्रेस इस व्यायाम को करने के लिए पीठ के बल लेटिये, दोनों पैरों को मोड़कर रखिए. अपने कूल्हों को ऊपर की तरफ बिलकुल मत उठाइए. अपने दाहिने पैर को मोड़कर ऊपर की तरफ उठाइए, इस दौरान आपके पैरों को 90 डिग्री में मोडि़ए. अपने दाहिने हाथ को घुटने पर रखिए, पैरों को ऊपर उठाने के बाद अपने हाथों से उनको पीछे की तरफ ढकेलिए, अपने हाथ को सीधा रखिए. इस क्रिया को बायें हाथों व बायें पैर से भी कीजिए.
ये अभ्यास बैक पेन (दर्द) को भगाने के लिए बहुत ही लाभदायक है. इसे आप हर 5 मिनट में कम से कम 10 बार दोहराएं. हर दिन इसे करने से आपको बेहतर रिज्लर्ट मिलेंगें.
बैलेंस एक्सरसाइज– संतुलन अच्छा बनाये रखने वाली अभ्यास में पैरों के संतुलन बनाने की प्रयास करें. इसके लिए एक पैर पर खड़े हो जाएं व दूसरे पैर को घुटने पर रखें. आरंभ में एक पैर पर खड़े होने में थोड़ी कठिनाई होगी इसलिए आप कुर्सी या दीवार का सहारा भी ले सकते हैं. इसे दोनों पारों से करें.
स्टैटिक स्ट्रेचिंग- दौड़ने वाले आदमी इसे सरलता से कर सकते हैं. स्ट्रेचिंग करते वक्त ध्यान रहे कि हर 10 मिनट में इसे कई बार दोहराएं. स्ट्रेचिंग को आप गर्दन, कंधा, हिप्स पर भी कर सकते हैं.
1. बैक एंड चेस्ट
यह स्ट्रेच छाती व पीठ के विकास के लिए लाभकारी है. इसके अलावा, यह पीठ व छाती से दर्द को भी राहत देता है. इस स्ट्रेच का एक्सरसाइज करने के लिए, सामान्य रूप से खड़े हो जाएं व अपनी बाहों को अपनी तरफ बढ़ाएं व अपनी छाती उठाएं.
2. एकिंग हैमस्ट्रिंग स्ट्रेच
हैमस्ट्रिंग के दर्द व लचीलापन से छुटकारा पाने के लिए यह स्ट्रेच बहुत ज्यादा लाभकारी है. इस स्ट्रेच का एक्सरसाइज करने के लिए, अपने पैरों को दो फीट अलग कर लें. फिर अपने घुटनों को झुकाएं व अपने एड़ियों को पकड़ें. इसके बाद, यह धीरे-धीरे अपने पैरों को सीधा करने की प्रयास करें.
3. स्ट्रेंड लोअर बैक स्ट्रेच
स्ट्रेंड लोअर बैक स्ट्रेच ऊपरी शरीर में सुधार करता है. इस स्ट्रेच का एक्सरसाइज करने के लिए, बाएं पैर को आगे कर के खड़े हो जाएं. अपने कूल्हे को दबाकर व सीने को ऊपर की ओर बढ़ते समय अपनी मुट्ठी को पीछे की ओर दबाएं. फिर इस प्रक्रिया को दूसरे पैर से भी दोहराएं.
4. एब्डॉमिनल फ्लेक्स
इस स्ट्रेच का एक्सरसाइज करने के लिए, अपने हाथों से फर्श पर लेट जाएं. अब अपनी बाहों को दबाएं व ऊपर उठाएं. सुनिश्चित करें, आपके पैरों व कूल्हों जमीन पर फ्लैट हों.