पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने रविवार को शहीद दिवस के मौके पर कोलकाता में मेगा रैली का आयोजन किया। इस दौरान ममता अपने रंग में दिखी व भाजपा पर जमकर हमला बोला। ममता ने भाजपा को ‘डकैतो की पार्टी’ बताया। ममता ने आरोप लगाया कि भाजपा ने ईवीएम, सीआरपीएफ व धन का प्रयोग कर चुनाव जीता। उन्होंने बोला कि उन्हें केवल 18 सीटें मिली है। कुछ सीटें पाकर वह हमारी पार्टी के कार्यालयों पर अतिक्रमण कर रहे हैं व लोगों को पीट रहे हैं। ममता बनर्जी ने मांग की कि पंचायत व नगर निगम चुनाव बैलेट पेपर से कराए जाएं।
क्या मतपत्र वापस नहीं ला सकते?
ममता बनर्जी ने लोकतंत्र को बचाने व ब्लैक मनी के प्रयोग पर रोक के लिए देश में चुनाव सुधार को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने चुनाव की सरकारी फंडिंग की भी मांग की। ममता बनर्जी ने कहा, ‘पहले इंग्लैंड, फ्रांस, जर्मनी व अमेरिका में भी ईवीएम का प्रयोग किया गया, लेकिन अब उन्होंने उसका प्रयोग बंद कर दिया है। ऐसे में क्या हम मतपत्र वापस नहीं ला सकते?’
ममता ने बोला कि यदि हम ब्लैक मनी का प्रयोग रोकना चाहते हैं, लोकतंत्र को बचाना चाहते हैं व राजनीतिक दलों में पारदर्शिता कायम करना चाहते हैं तो चुनाव सुधार करने ही होंगे।
ममता की नजर 2021 पर
बताया जा रहा है कि इस रैली का आयोजन 2021 के विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखकर किया गया था। अनुमान है कि इस रैली में 3-7 लोग शामिल हुए। इस रैली में 21 जुलाई 1993 को वामदलों के शासन के दौरान कोलकाता के मेयोरोड पर पुलिस गोलीबारी में मारे गए 13 लोगों को श्रद्धांजलि दी गई। हालांकि ममता के निशाने पर भाजपा ही रही।
21 जुलाई को शहीद दिवस मनाती है तृणमूल
ममता बनर्जी ने रैली से पहले ट्विटर पर प्रदेश में वाम दल के 34 सालों के शासन के दौरान सभी शहीदों को श्रद्धांजलि दी व लोगों से देश में लोकतंत्र बहाल करने के लिए लड़ने का आग्रह किया। उन्होंने 13 युवा कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं को भी याद किया जो 1993 में पुलिस की गोलीबारी में मारे गए थे। ममता बनर्जी उस वक्त युवा कांग्रेस पार्टी की नेता थी। युवा कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं की याद में तृणमूल कांग्रेस पार्टी हर वर्ष 21 जुलाई को शहीद दिवस रैली निकालती है।