लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ0 मसूद अहमद ने कहा कि सोनभद्र और सम्भल में हुई हत्याएं यह बताने के लिये पर्याप्त है कि उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की योगी सरकार का इकबाल खत्म हो चुका है। इस सरकार में केवल कानून बच गया है, व्यवस्था समाप्त हो चुकी है और बचे हुये कानून का भाजपा नेताओं के साथ-साथ पुलिस द्वारा लगातार दुरूपयोग किया जा रहा है जिसका दंश बेगुनाह झेल रहे हैं।
डाॅ0 अहमद ने कहा कि सोनभद्र में जमीनी विवाद देखने को मिल रहा है जिसमें आदिवासी समाज के 10 लोगो की हत्याएं हुयी है और लगभग 50 घायल अवस्था में अस्पतालों में भर्ती हैं। गम्भीर चोटों के कई मरीज स्थानीय अस्पताल से बड़े अस्पतालों में रिफर किये जा चुके हैं। इसके अतिरिक्त सम्भल में पुलिसकर्मियों की ही हत्याएं हो रही हैं, राईफले छीनी जा रही है जिससे यह स्पष्ट है कि प्रदेश में अपराधियों के हौसले बुलंद हो गये हैं तथा प्रदेश के आला पुलिस अधिकारी और स्वयं मुख्यमंत्री झूठे आकड़े प्रस्तुत करके अपराधों का ग्राफ कम होने की बात कर रहे हैं।
रालोद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि फर्जी मुठभेडों के आधार पर रामराज को बदनाम करने वाली भाजपा सरकार में जनता त्रस्त है अधिकारी और पुलिस मस्त है। भ्रष्टाचार का बोलबाला है। समाज में सामंजस्य समाप्त हो गया है तथा दलित आदिवासी पिछडा वर्ग और अल्पसंख्यक समुदाय समाज की मुख्यधारा से बाहर कर दिया गया हैं। यह सत्य है कि यदि सामाजिक सामंजस्य तहस-नहस होगा तो व्यवस्था प्रभावित होगी। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपना तानाशाही रवैया बदलकर लोकतांत्रिक व्यवस्था में विश्वास करना चाहिए। यदि ऐसा सम्भव नहीं है तो स्वेच्छा से सम्मानजनक रवैया अपनाते हुये अपने पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए।