लखनऊ. बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ के 100 दिनों के कामकाज को उसके चुनावी वायदों की तरह हवा-हवाई करार दिया है। उन्होंने कहा कि यूपी का विकास कागजों पर हुआ है,धरातल पर नहीं है। इस सरकार में खासकर दलित, गरीब, मजदूर, किसान, व्यापारी काफी ज्यादा दुखी हैं। ये सभी अपने भविष्य को भी लेकर काफी ज्यादा चिन्तित हैं।
पूर्व मुख्मंत्री ने कहा कि योगी सरकार प्रदेश की कानून-व्यवस्था व अपराध-नियंत्रण के मामले में बुरी तरह से पिट चुकी है। प्रदेश में चोरी, डकैती, लूट, हत्या, वसूली, जातीय हिंसा, महिला उत्पीड़न की घटनाएं 100 दिनों में चरमसीमा पर पहुंच चुकी हैं। ऐसी स्थिति में कानून-व्यवस्था व अपराध-नियंत्रण को लेकर तो इस सरकार को 100 दिनों में 100 में से एक नम्बर भी नहीं दिया जा सकता है। प्रदेश में विकास व कानून-व्यवस्था एवं अपराध नियंत्रण के मामले में यह सरकार अपने 100 दिनों के दौरान अभी तक 10 प्रतिशत भी खरी नहीं उतरी है।
बसपा मुखिया ने कहा कि बीजेपी ने साम, दाम, दण्ड, भेद अपनाकर भारी बहुमत के साथ उत्तर प्रदेश की सत्ता तो हासिल कर ली, लेकिन सरकार के 100 दिनों के कथित कामकाज से लोग काफी निराशा है। इन सौ दिनों में हर स्तर पर अपराध व भ्रष्टाचार अनवरत जारी रहा और चुनावी वायदों की तरह ही थोक के भाव में सैकड़ों घोषणाएं की जाती रहीं, लेकिन नतीजा शून्य ही रहा। किसानों के कर्ज माफ करने का डंका पीटकर बड़े जोर-शोर से वायदा किया गया था। यह केवल कागजी घोषणा ही बनकर रह गयी है। अभी तक इस सिलसिले में कोई ठोस शुरूआत भी नहीं की गयी है।