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भारतीय प्रशासनिक सेवा 2020 बैच के 16 प्रशिक्षु अधिकारियों ने राज्यपाल से की मुलाकात

अपने सेवा कार्य को ड्यूटी न समझे अपितु इसमें रूचि लेकर कार्य करें। अपने कार्यालय के अंतिम कर्मचारी तक सम्पर्क रखें, अपने कार्यक्षेत्र में मित्र बनाएं और अपने कार्यों को सुगमता से सम्पन्न करें।- राज्यपाल

उत्तर प्रदेश। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज राजभवन स्थित नील कुसुम कक्ष में उत्तर प्रदेश प्रशासन एवं प्रबंधन अकादमी, लखनऊ के महानिदेशक एल. वेंकटेश्वर लू तथा अपर मुख्य सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग देवेश चतुर्वेदी के नेतृत्व में भारतीय प्रशासनिक सेवा, 2020 बैच के 16 प्रशिक्षु अधिकारियों ने मुलाकात की।

भारतीय प्रशासनिक सेवा 2020 बैच के 16 प्रशिक्षु अधिकारियों ने राज्यपाल से की मुलाकात

इस अवसर पर राज्यपाल ने प्रशिक्षु अधिकारियों से उनके कार्यक्षेत्र के अनुभवों की जानकारी ली और उनकी विशेष योग्यताओं के आधार पर प्रशासनिक कार्यों को सृदृढ़ करने वाले नवाचारों के विकास हेतु प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा वे जनता के बीच अधिकारी बनकर नही सेवक बनकर कार्य करें। जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से जनता की अपेक्षाएं जुड़ी होती हैं इसलिए जनहितकारी योजनाओं की गुणवत्तापूर्ण पूर्ति और अंतिम लाभार्थी तक लाभ वितरण के लिए योजनावद्ध तरीके से कार्य सुनिश्चित करने पर ध्यान दें।

अपने सेवा कार्य को ड्यूटी न समझे अपितु इसमें रूचि लेकर कार्य करें- राज्यपाल

राज्यपाल ने प्रशिक्षु अधिकारियों से कहा वे अपने सेवा कार्य को ड्यूटी न समझे अपितु इसमें रूचि लेकर कार्य करें। अपने कार्यालय के अंतिम कर्मचारी तक सम्पर्क रखें, अपने कार्यक्षेत्र में मित्र बनाएं और अपने कार्यों को सुगमता से सम्पन्न करें। उन्होंने मित्रता के दुरुपयोग से बचने का सुझाव भी दिया।

राज्यपाल ने इसी क्रम में प्रशिक्षु अधिकारियों को गांवों तक विकास योजनाओं का लाभ पहुंचाने, शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में कार्य करने तथा स्वास्थ्य केन्द्रों पर प्रत्येक मरीज तक चिकित्सा एवं दवाओं की व्यवस्थाएं बेहतर करने में सर्वोच्च योगदान देने के लिए भी प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि अधिकांश प्रशिक्षु अधिकारी तकनीक क्षेत्र से है इसलिए वे इस दिशा में मजबूत नियंत्रण देने का कार्य कर सकते हैं।

इस अवसर पर महानिदेशक एल. वेंकटेश्वर लू ने कहा हमारे देश का अध्यात्म प्रशासनिक क्षमताओं को सुगम और सहज बनाता है। वहीं अपर मुख्य सचिव देवेश चतुर्वेदी ने प्रशिक्षुओं के मार्गदर्शन के लिए राज्यपाल को धन्यवाद दिया।

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