लखनऊ। एकीकृत निक्षय दिवस पर बुधवार को राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत डॉ राममनोहर लोहिया संस्थान में प्लान इंडिया और सदर अस्पताल स्थित डॉट सेंटर पर पावरविंग्स फाउंडेशन ने 36 क्षय रोगियों को गोद लिया। प्लान इण्डिया ने 30 और पावर विंग्स फाउंडेशन ने छह क्षय रोगियों को गोद लिया। जिला क्षय रोग अधिकारी डा आरवी सिंह के निर्देशन में गोद लेने का कार्यक्रम आयोजित हुआ।
स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में पीएसआई इंडिया के सहयोग से आयोजित हुई समीक्षा बैठक
गोद लिए गए क्षय रोगियों को पोषण पोटली प्रदान की गई। पोषण पोटली में प्रोटीनयुक्त आहार जैसे-खड़ी मूंग की दाल, सोयाबीन की बड़ी, भुना चना, फल और अन्य पूरक पोषक सामग्री शामिल थी।
राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के जिला समन्वयक दिलशाद हुसैन ने बताया कि एकीकृत निक्षय दिवस बुधवार को जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर मनाया गया। 15 दिसम्बर को आयोजित पहले निक्षय दिवस पर 15 और 15जनवरी को आयोजित दूसरे एकीकृत निक्षय दिवस पर 30 क्षय रोगियों की पहचान की गई थी, जिनका इलाज शुरू किया जा चुका है।
इस मौके पर जिला समन्वयक ने कहा कि जो भी पौष्टिक सामग्री प्रदान की गयी है वह आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है। इसक सेवन जरूर करें। यह सामग्री केवल मरीज के लिए है न कि परिवार के किसी अन्य सदस्य के लिए।
वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक राजीव ने बताया कि टीबी के इलाज में पोषण का बड़ा योगदान है। टीबी की दवाओं के सेवन का लिवर पर असर न पड़े इसलिए प्रोटीनयुक्त आहार का सेवन बहुत जरूरी होता है। इसी उद्देश्य से टीबी मरीजों को गोद लेने की प्रक्रिया के तहत पोषण पोटली दी जाती है। इसके अलावा निक्षय पोषण योजना के तहत क्षय रोगी को इलाज के दौरान हर माह 500 रुपये सीधे बैंक खाते में भेजे जाते हैं।
खेती की हर बीमारी दूर करने में सहयोग देगा विभाग
वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक अभय चंद्र मित्रा बताया कि प्लान इंडिया द्वारा माल, मलिहाबाद, काकोरी, चिनहट और राम मनोहर लोहिया अस्पताल के टीबी इकाई के कुल 279 तथा पावर विंग्स फाउंडेशन की परिवर्तन मुहिम के तहत सदर अस्पताल स्थित डॉट सेंटर के 202 क्षय रोगियों को गोद लिया जा चुका है। पावर विंग्स फाउंडेशन साल 2019 से इस मुहिम का हिस्सा बनी हुई है।
गोद ली हुई संस्था के प्रतिनिधियों ने बताया कि गोद लिए हुए क्षय रोगियों को इलाज के दौरान पौष्टिक सामग्री देते हैं तथा इस बात का ध्यान भी रखते हैं कि हर माह बदल-बदलकर खाद्य पदार्थ दें ताकि मरीज ऊब न जाये. कभी दलिया, कभी मूंगफली तो कभी अन्य किसी प्रकार की दाल।
गोद ली गई क्षय रोगी राज लक्ष्मी ने कहा कि जो भी खाने का समान उसे मिला है वह स्वयं खाएगी ताकि इस बीमारी से जल्द से जल्द ठीक हो सके।
इस मौके पर डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के एसटीएस अरुन कुमार , सुधीर कुमार सिंह,एपी सिंह टीबीएचवी एलटी विष्णु लाल, सदर स्थित टीबी इकाई के एलटी अजीत, टीबी एचवी राजेश, प्लान इंडिया की राज्य प्रबंधक ज्योति दिलाराम लखेंद्र सिंह, श्याम प्रकाश सिंह, पावर विंग्स फाउंडेशन से प्राची श्रीवास्तव, नमिता पांडे सोनिया टंडन उपस्थित रहीं।