Breaking News

56वीं प्रादेशिक फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी-2025 का उद्घाटन, राज्यपाल ने किया प्रगतिशील किसानों को सम्मानित

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज राजभवन प्रांगण में आयोजित 56वीं प्रादेशिक फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी-2025 का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उद्यान कृषि विपणन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। राज्यपाल ने प्रदर्शनी में प्रदर्शित फूलों से निर्मित गणपति प्रतिमा, राम जन्मभूमि मंदिर और विभिन्न आकृतियों की सराहना की और कहा कि यह प्रदर्शनी केवल पुष्पों तक सीमित नहीं है, बल्कि आध्यात्मिक चेतना का भी दर्शन कराती है।

अपने संबोधन में राज्यपाल ने सशक्त और स्वस्थ भारत के निर्माण के लिए संतुलित एवं पौष्टिक आहार के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि किसानों को मूल्य संवर्द्धित कृषि अपनाकर अपनी आय में वृद्धि करनी चाहिए। साथ ही, ड्रिप इरिगेशन को बढ़ावा देने का आह्वान किया, ताकि कम पानी में अधिक उत्पादन संभव हो सके। उन्होंने देशी एवं ऑर्गेनिक खेती को प्रोत्साहित करने और उनके उत्पादों की प्रभावी बिक्री व्यवस्था सुनिश्चित करने पर बल दिया।

राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किसानों की सुविधा के लिए शुरू की गई “ड्रोन दीदी” योजना के माध्यम से प्रशिक्षित महिलाएं किसानों को सहयोग प्रदान कर रही हैं, जिससे समय और धन दोनों की बचत हो रही है। उन्होंने किसानों को आधुनिक तकनीकों और नवाचार को अपनाने की सलाह दी, ताकि न्यूनतम लागत में अधिकतम लाभ मिल सके।

राज्यपाल ने महिला किसानों की भूमिका की सराहना करते हुए उनके लिए विशेष सम्मेलन आयोजित करने की आवश्यकता जताई, ताकि उनकी समस्याओं का समाधान हो सके। उन्होंने सभी विभागों को आपसी समन्वय स्थापित कर कार्य करने की सलाह दी, जिससे कृषि क्षेत्र में सुधार हो और किसानों को सीधा लाभ मिले।

राज्यपाल ने प्रदर्शनी में लगे स्वास्थ्य शिविर का जिक्र करते हुए किसानों से निःशुल्क जांच और उपचार कराने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि स्वस्थ किसान ही उन्नत खेती कर सकता है और सभी को अपने आहार में पोषक तत्वों को शामिल करना चाहिए। राज्यपाल ने पोटेटो एग्जीबिशन एंड फूड एक्सपो का भी उद्घाटन किया और वहां आलू उत्पादकों एवं व्यापारियों के स्टॉलों का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश देश में आलू उत्पादन का प्रमुख केंद्र है और ऐसे आयोजनों से किसानों को नवीनतम शोध, तकनीक और विपणन के अवसरों की जानकारी मिलती है।

यूपी की नई आबकारी नीति, एक तीर से कई निशाने

इस अवसर पर राज्यपाल ने 12 प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया और “प्रादेशिक फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी-2025” की स्मारिका का विमोचन किया। उद्यान कृषि विपणन राज्यमंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि यह प्रदर्शनी केवल पुष्पों तक सीमित न रहकर अब एक “कृषि एवं उद्यानिकी महोत्सव” का रूप ले चुकी है, जिसमें किसानों के लिए तकनीक, विपणन और पोषण से जुड़े महत्वपूर्ण विषय समाहित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य को साकार करने के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है।

इस अवसर पर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त मोनिका एस गर्ग, अपर मुख्य सचिव राज्यपाल डॉ सुधीर महादेव बोबडे, प्रमुख सचिव उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण बीएल मीणा, मंडलायुक्त लखनऊ डॉ रोशन जैकब सहित कई वरिष्ठ अधिकारी, विश्वविद्यालयों के कुलपति, विद्यार्थी, कृषकगण और उद्यान विशेषज्ञ उपस्थित रहे।

About reporter

Check Also

भारत ने संकटग्रस्त देशों से 1.5 करोड़ से अधिक नागरिकों को बाहर निकाला

नई दिल्ली। भारत ने पिछले कई वर्षों के दौरान युद्ध, प्राकृतिक आपदा या संघर्ष की ...