लखनऊ। डॉ शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय को वैश्विक स्तर पर सेंटर फार एक्सीलेंस बनाये जाने हेतु 7 फरवरी को विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य संजय सिंह एवं इंडियन फ़ार्माकोपिया कमीशन के साइंटिफ़िक डायरेक्टर डॉ राजीव सिंह रघुवंशी के बीच शोध एवं विकास के क्षेत्र में आगामी सहयोग पर संवाद हुआ। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता शैक्षणिक प्रो वीके सिंह, कुलसचिव रोहित सिंह, डॉ विजय शंकर शर्मा आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
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डॉ राजीव सिंह रघुवंशी ने अपने उदगार व्यक्त करते हुए कहा कि डीसीजीआई केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) का प्रमुख पद होता है, जो देश भर में गुणवत्तापूर्ण दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये जिम्मेदार होता है।
इसके पास नई दवाओं को मंजूरी देने और क्लीनिकल ट्रायल को विनियमित करने का भी अधिकार होता है। इस मौके पर डियन फ़ार्माकोपिया कमीशन एवं सेंट्रल ड्रग स्टैण्डर्ड ऑर्गेनाइजेशन और पुनर्वास विश्वविद्यालय के बीच आगामी सहयोग हेतु विचार किया गया।
डॉ राजीव सिंह रघुवंशी ने कृत्रिम अंग एवं पुनर्वास केन्द्र के लैब, स्टोर एवं बाधारहित विशिष्ट स्टेडियम आदि का भी भ्रमण किया साथ ही दिव्यांगजनो को दी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। उनके द्वारा केन्द्र के माध्यम से दिव्यांगजन के हितार्थ किये जा रहे उत्कृष्ट कार्य की सराहना भी की गयी।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य संजय सिंह ने डॉ शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ द्वारा दिव्यांगजनों हेतु किए जा रहे कार्ययोजनाओं एवं उपलब्धियों से भी अवगत कराया।