लखनऊ। ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय (KMCLU) लखनऊ में राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) इकाई-7 द्वारा आयोजित 7 दिवसीय विशेष शिविर (7-Day Special Camp) का आज भव्य समापन हुआ। शिविर में शिक्षा का महत्व (Importance of Education), पर्यावरण संरक्षण (Environmental Protection), बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ (Beti Bachao-Beti Padhao), सामाजिक जागरूकता (Social Awareness), स्वच्छता के प्रति जागरूकता (Awareness Towards Cleanliness), ग्रामीणों से संवाद (Dialogue With Villagers) और सांस्कृतिक कार्यक्रम (Cultural Programs) जैसे विविध विषयों पर जागरूकता सत्र और गतिविधियाँ आयोजित की गईं।
समापन समारोह में विश्वविद्यालय के प्रमुख शिक्षकों और विद्यार्थियों की गरिमामयी उपस्थिति रही। मुख्य संरक्षक प्रो. सौबान सईद (डीन, एकेडमिक्स) ने छात्रों को वास्तविक जीवन में सीखी गई शिक्षा को लागू करने की महत्ता समझाई। उन्होंने कहा, हॉस्टल जीवन भारत की विविधता का प्रतिबिंब है, जहाँ जाति, धर्म या क्षेत्रीय भिन्नताओं से परे रहकर मानव समानता का पाठ सीखा जाता है।
इस अवसर पर बोलते हुए प्रो० एहतेशाम अहमद (विभागाध्यक्ष, वाणिज्य विभाग) ने स्वयंसेवकों को कहा कि एनएसएस केवल सेवा का मंच नहीं, बल्कि यह मजबूत नेटवर्किंग और व्यक्तिगत विकास का भी एक महत्वपूर्ण माध्यम है। उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा, सीखना तभी सार्थक है जब उसे वास्तविक जीवन में लागू किया जाए।
वहीं शिविर में उपस्थिति डॉ. नीरज शुक्ला ने प्राथमिक विद्यालय, मुबारकपुर की प्रधानाध्यापिका और कार्यक्रम अधिकारी डॉ. मनीष कुमार के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने मानसिक स्वच्छता की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा, स्वच्छता केवल बाहरी नहीं होती; मानसिक शुद्धता और सकारात्मक सोच भी समाज की प्रगति के लिए अनिवार्य हैं।
इस अवसर पर सभी विद्यार्थियों ने भी अपने अनुभव साझा किए — वजीहा, आशीष, वंश, रितिका मिश्रा, साद खान शेख सहित अन्य विद्यार्थियों ने इस शिविर से मिली सीख पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. मनीष कुमार (कार्यक्रम अधिकारी, एनएसएस इकाई-7) और डॉ. नलिनी मिश्रा (समन्वयक, राष्ट्रीय सेवा योजना) के मार्गदर्शन में हुआ। 50 से अधिक छात्रों की सक्रिय भागीदारी और उत्साह ने इस शिविर को एक सफल, यादगार और प्रेरणादायक अनुभव बना दिया।