ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन इस महीने सहयोगी कैरेबियाई राष्ट्रों की अपनी यात्रा के दौरान चार दिन अमेरिका में बिताएंगी। उनकी सरकार ने सोमवार को यह जानकारी दी। उधर, चाइना ने इस पर कठोर एतराज जताया है। चाइना ने अमेरिका से अनुरोध किया है कि ताइवान की राष्ट्रपति को अपने यहां प्रवास की अनुमति न दे। चाइना के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने बोला कि अमेरिका वेन को अपने देश में ठहरने की इजाजत देनो से दोनों राष्ट्रों के रिश्तों पर प्रभाव पड़ेगा।शुआंग ने अपने बयान में अमेरिका से अनुरोध करते हुए कहा, ” साई इंग-वेन को यात्रा की अनुमति न दें व अमेरिका-चीन के बीच रिश्तों को बिगाड़ने से दूर रहे। ” दरअसल, ताइवान को अपना भाग मानने वाला चाइना उसे अन्य किसी देश से राजनयिक संबंध जोड़ने से रोकता है। चाइना ने इस मामले को संवेदनशील व जरूरी बताते अमेरिका से बोला कि वह ताइवान से कोई राजनयिक रिश्ता न जोड़े।
उधर, ताइवान की विदेश मंत्री माइगुइल साओ का बोलना है कि साई इंग-वेन 11 से 22 जुलाई तक के बोप आधिकारिक प्रोग्राम में अमेरिका से ही कैरेबियाई राष्ट्रों में आना-जाना करेंगी। वैसे साई एक दिन ही रुकती ही रही हैं लेकिन इस बार वह ज्यादा रुकेंगी। दरअसल, ताइवान को अपना भाग मानने वाला चाइना उसे अन्य किसी देश से राजनयिक संबंधजोड़ने से मना करता है। ताइवान पर दबाव बनाने के लिए वह सैन्य कार्रवाई की भी धमकी दे चुका है लेकिन स्वशासित ताइवान दूसरे राष्ट्रों से राजनयिक संबंध बढ़ाने की प्रयास में है।