गोरखपुर। लखनऊ में हिंदूवादी नेता रणजीत बच्चन की हुई हत्या के मामले में एसटीएफ ने गोरखपुर में शाहपुर इलाके से उनके एक करीबी प्रापर्टी डीलर को हिरासत में लिया है। पुलिस की मानें तो सीसीटीवी फुटेज से निकाली गई शूटर की तस्वीर से उसका चेहरा और कद-काठी काफी हद तक मिल रहा है। प्रापर्टी डीलर के अलावा तीन अन्य लोग भी हिरासत में लिए गए थे, लेकिन पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया। पुलिस ने हत्याकांड में अहम सुराग हाथ लगने का संकेत दिया है।
मूलत: गोरखपुर के गोला क्षेत्र के गांव अहिरौली, लाला टोला निवासी तारा लाल श्रीवास्तव के पुत्र रणजीत बच्चन की रविवार को सुबह लखनऊ के हजरतगंज में मार्निंग वाक करने के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वह लखनऊ में ही रहते थे। घटना के समय उनके साथ मौजूद रहे डेयरी रेलवे कालोनी, शाहपुर निवासी सत्येंद्र श्रीवास्तव, इस हमले में घायल हैं। छानबीन में जुटी लखनऊ पुलिस शुरू से ही पूरे मामले को गोरखपुर से जोड़कर देख रही है। लेनदेन और पत्नी से विवाद हत्या की वजह मानी जा रही है।
संदेह के आधार पर हिरासत में लिया गया प्रापर्टी डीलर शाहपुर क्षेत्र के पादरी बाजार का रहने वाला है। ब’चन से कभी उसके करीबी रिश्ते थे। 2002 से 2009 के बीच 1.32 लाख किमी साइकिल यात्रा पर निकले ब’चन और उनकी पत्नी कालिंदी शर्मा के दल में प्रापर्टी डीलर भी शामिल था। उसी ने गुलरिहा के पतरका टोले में उन्हें जमीन भी दिलाई थी। उसी भूमि पर वह अतिथि भवन का निर्माण करा रहे थे। परिजनों और करीबियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने प्रापर्टी डीलर को हिरासत में लिया।
रिपोर्ट-रंजीत जायसवाल