कोरोना से लड़ाई लड़ने वाले स्टॉफ को हरियाणा सरकार की तरफ से एक बड़ा तोहफा दिया गया है, जो ऐसे समय में उनको प्रोत्साहित करने के लिए जरूरी भी है। सरकार ने प्रदेश में डॉक्टरों, नर्सों, पैरा मेडिकल और ऐसे सभी कर्मचारी जो कोविड अस्पतालों, कोविड आईसीयू और कोविड आइसोलेशन वाडरें में कार्यरत हैं तथा कोरोना पॉजिटिव मरीजों को लाने वाले एंबुलेंस ड्राइवर इत्यादि का वेतन दोगुना करने की घोषणा की गई है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कोरोनावायरस का उपचार कर रहे चिकित्सीय स्टाफ का वेतन दोगुना करने की घोषणा की। उन्होंने राज्य के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों, जिला आयुर्वेदिक अधिकारियों, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के अधिकारियों और राज्य के चिकित्सा महाविद्यालयों के निदेशकों, भारतीय चिकित्सा संघ के जिला अध्यक्षों के साथ समीक्षा बैठक की।
मुख्यमंत्री ने कहा, “प्रदेश में सभी सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में पीपीई किट से लेकर दवाईयां और वैंटिलेटर तक सभी प्रबंध संतोषजनक हैं। मेडिकल कॉलेज केन्द्र सरकार या राज्य सरकार का हो, निजी या सरकारी सहायता प्राप्त हो, इनमें कोरोना के मरीजों के ईलाज के लिए सभी प्रबन्ध जैसे कि मॉस्क, पीपीई किटस, दवाईयां, वैंटिलेटर इत्यादि हरियाणा सरकार द्वारा किये जाएंगे।”
मुख्यमंत्री को जानकारी दी गई कि उपरोक्त संस्थानों में इस समय 22,800 पीपीई किट, 1,02,857 एन-95 मॉस्क तथा 28,02,406 गलब्स उपलब्ध हैं। इसके अलावा, 50,2952 पीपीई किट तथा 10,3200 एन-95 मॉस्क के आर्डर की सप्लाई आगामी तीन-चार दिनों में प्राप्त हो जाएगी।
मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा, “रोग विभागों में यह सुनिश्चित करें कि कोरोना और गैर कोरोना रोगियों का कोई परस्पर संबंध न हो। इसलिए मुख्य चिकित्सा अधिकारियों, सिविल सर्जन और मेडिकल कॉलेजों के निदेशकों को अस्पतालों में स्वयं मौके पर जाकर हालात का जायजा लें और अस्पतालों में कर्मचारियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाना सुनिश्चित करें।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “प्रदेश सरकार 24 घंटे कार्य करने वाले डॉक्टरों, नर्सों, पैरामेडिकल और अन्य स्टाफ के साथ-साथ सभी लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित कर रही है। डॉक्टरों, नर्सों और अन्य पैरामेडिकल स्टाफ की इच्छा शक्ति को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि हम निश्चित रूप से इस महामारी को हराएंगे।”