Breaking News

अगर आपको भी बात-बात पर आता है गुस्सा तो फॉलो करें ये टिप्स

गुस्सा आजकल हर किसी के लिए बड़ी समस्या है। क्रोध बढ़ने पर, यदि आप इसे तुरंत ही समाप्त कर सकें, तो ठीक रहता है। हालांकि, जब क्रोध बेकाबू हो जाता है, तो जीवन के सभी क्षेत्रों में समस्याएं जन्म लेने लगती हैं: शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और सामाजिक। किसी को गुस्सा आने की समस्या, तो किसी को गुस्सा बर्दाश्त करना पड़ता है। अगर आपको भी बात-बात पर गुस्सा आता है और आप इस आदत से तंग आ चुके हैं, तो लीजिए हम बता देते हैं इससे निजात पाने के कुछ बेहद आसान टिप्स

ठंडा पानी पिए: गुस्सा कम करने के लिए ठंडा पानी पीना और उल्टी गिनती लेना एक पुरानी तरकीब है, जो कारगर भी है। इसे एक बार जरूर आजमाकर देखें। इसके अलावा सकारात्मक विचारों को अपनाकर आप बहुत आसानी से मन को शांत रख सकते हैं।

गहरी साँसें: कुछ गहरी साँस लेने से आपको तुरंत क्रोध से मुक्ति में मदद मिलेगी। जिस क्षण आप क्रोधित होते हैं, अपनी आँखें बंद कर लें और कुछ गहरी साँस लें । अपने मन की स्थिति में बदलाव का निरीक्षण करें। गहरी सांस तनाव से मुक्त करती है और आपके दिमाग को शांत करने में मदद करती है।

पैदल चलना: गुस्सा पैदा करने वाली स्थिति से दूर हो जाने से आप शांत महसूस करेंगे और इससे चीजों को समझने में भी मदद मिलेगी। बाहर निकलकर प्रकृति पर ध्यान केंद्रित करना और भी अधिक उपयोगी हो सकता है। पैदल चलना, एक्सरसाइज या योगा, किसी भी तरीके से शारीरिक कसरत आपको तनावमुक्त और गुस्से से कोसों दूर रख सकती है, अत: इन्हें अपने जीवन में अनिवार्य रूप से शामिल करें।

खुशबु लें: भले ही आपको जानकार हैरानी हो, लेकिन जब भी आप तनाव या गुस्से की गिरफ्त में हों, बढ़िया सी महक लें, कोई परफ्यूम या डियो का इस्तेमाल करें या फिर ताजातरीन फूलों की महक लें। चंद सेकंड में तनाव और गुस्सा दूर हो जाएगा।

हास्य पढ़ना: हास्य पढ़ना, देखना या सुनना, दोनों ही स्थिति में कुछ ही पल में आपका गुस्सा दूर कर आपको हंसाने में सहायक हो सकता है। इसलिए कॉमेडी को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं और खुश रहें।

तनावमुक्त: मेडिटेशन यानि ध्यान तनावमुक्त रहने के साथ ही मन की स्थायी शांति के लिए एक बेहतरीन टॉनिक की तरह कार्य करता है और मानसिक क्षमताएं भी बढ़ाता है।

About Aditya Jaiswal

Check Also

इन महिलाओं ने भारतीय संविधान के निर्माण में दिया विशेष योगदान

भारतआजादी से पहले ही 1946 में भारत के संविधान सभा की स्थापना हो गई थी। ...