रिपोर्ट-डॉ. दिलीप अग्निहोत्री
योग केवल शारीरिक स्वास्थ्य तक सीमित नहीं है। बल्कि इससे मन मष्तिष्क व विचारों में भी संतुलन स्थापित होता है। यह आत्मानुशासन और आत्मसंयम का भाव भी जाग्रत करता है। कोरोना आपदा में इसकी आवश्यकता भी थी। इस बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर यही सन्देश प्रमुख रहा। पहले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर भव्य समारोह आयोजित किये जाते थे,जिसमें बड़ी संख्या में लोगों की भागीदरी रहती थी। इस बार कोरोना के मद्देनजर जारी दिशा निर्देशों का पालन करना था। इसके अनुरूप घर पर योग परिवार के साथ योग पर अमल किया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने योग दिवस पर महत्वपूर्ण सन्देश दिए।
योग को विश्व स्तर पर प्रतिष्ठा दिलाने का कार्य नरेंद्र मोदी ने किया। वह पिछले पांच योग दिवसों पर अलग अलग समारोहों में सम्मिलित होते रहे है। लेकिन इस बार उन्होंने अपनी दैनिक जीवन शैली के अनुरूप घर पर ही योग किया,ऑनलाइन अपना सन्देश भी दिया। भारत ने सदैव विश्व कल्याण की कामना की है। उसने लोगों को जोड़ने का सन्देश दिया,शांति और सौहार्द ही भारत की नीति रही है।
योगी ने योग को भारत थाती बताया। कहा कि प्रधानमंत्री ने इसे वैश्विक सम्मान दिलाकर सराहनीय कार्य किया। योगी आदित्यनाथ लोगों का मंसूबा बढ़ाया। कहा कि आत्मसंयम पर अमल आवश्यक है। इसी के माध्यम से कोरोना को परास्त किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि कोरोना सदी का सबसे कमजोर वायरस है।कोरोना संक्रमण की गति तेज है। इसलिए इस संक्रमण से स्वयं को बचाना होगा। योगी ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की पूर्वसंध्या पर महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद एवं महायोगी गोरक्षनाथ योग संस्थान की ओर से योग पर आयोजित ऑनलाइन कार्यशाला को संबोधित किया। कहा,कोरोना से घबराएं नहीं। दिशानिर्देशों का पालन करना अपरिहार्य है। सभी को सावधानी भी बरतनी चाहिए। बचाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्लोगन दो गज दूरी मास्क जरूरी को याद रखना चाहिए। इस पर अमल भी करना चाहिये। इससे संक्रमण से बचा जा सकता है। कोरोना वायरस के कारण वैश्विक स्तर पर सबके जीवन में बदलाव आया है। बदलाव के इस दौर में तकनीक के महत्व को समझना होगा।
बिना समूह में एकत्र हुए भी डिजिटल प्लेटफार्म के जरिए संवाद स्थापित किया जा सकता है। केंद्रीय आयुष मंत्रालय द्वारा जारी कॉमन योगा प्लेट प्रोटोकॉल के अनुरूप योग किया गया। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राजभवन प्रांगण में योगाभ्यास किया। अपने सन्देश में उन्होंने कहा कि नियमित रूप से योग शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ प्रदान करता हैं।रोगों से लड़ने की हमारी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्रा ने भी राजभवन में योग किया।