लखनऊ। सिक्खों के आठवें गुरू साहिब श्री गुरु हरिक्रिशन जी महाराज का प्रकाश पर्व (जन्मोत्सव) सोमवार को श्री गुरू सिंह सभा,ऐतिहासिक गुरूद्वारा नाका हिण्डोला, लखनऊ में बड़ी श्रद्धा एवं सत्कार के साथ मनाया गया। प्रात: के दीवान में सुखमनी साहिब के पाठ के उपरांत रागी जत्था भाई राजिन्दर सिंह ने आसा की वार के अमृतमयी शबद कीर्तन द्वारा संगत को निहाल किया।
मुख्य ग्रन्थी ज्ञानी सुखदेव सिंह ने साहिब श्री गुरु हरिक्रिशन साहिब जी महाराज के जीवन पर प्रकाश एवं उनके उपदेशों पर कथा व्याख्यान किया। रागी जत्था भाई प्रीतम सिंह गुरुद्वारा चन्दर नगर वालों ने अपनी मधुरवाणी में शबद कीर्तन “श्री हरिक्रिशन धियाइए जिस डिठ्ठे सब दुख जाय।” का गायन किया। इस अवसर पर साधना परिवार के बच्चों ने भी शब्द कीर्तन गायन किया।
गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने महापौर को किया सम्मानित
प्रकाश उत्सव के अवसर पर महापौर लखनऊ संयुक्ता भाटिया ने गुरुद्वारा साहिब में माथा टेका और गुरु महाराज का आशीर्वाद लिया। लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने महापौर को लखनऊ नगर निगम द्वारा पांच चौराहों और सड़कों का नामकरण सिख गुरुओं और महापुरुषों के नाम पर करने पर उनका आभार प्रकट करते हुए उनको गुरू घर का सम्मान ‘सिरोपा’ और ‘स्मृति चिन्ह चिन्ह’ देकर सम्मानित किया। नामित पार्षद सरबजीत सिंह को भी उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
नगर प्रमुख ने इस अवसर पर संगत को बधाई देते हुए कहा की श्री गुरु हरिक्रिशन साहिब प्रकाशोत्सव के मौके पर गुरूद्वारा साहिब में आकर गुरु महाराज को माथा टेकना मेरे लिए गर्व की बात है और यह भी मेरे लिए बड़े फक्र की बात है कि मुझे गुरुओं के नाम पर चौराहों का नामकरण करने का अवसर मिला। आगे भी हम महापुरुषों के नाम पर सड़कों और चौराहों का नामकरण करते रहेंगे।
लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सरदार राजेंद्र सिंह बग्गा ने नगरवासियों को गुरू श्री हरिक्रिशन जी के प्रकाश पर्व की बधाई दी और महापौर संयुक्ता भाटिया का आभार प्रकट करते हुए कहा कि लखनऊ का सिख समाज उनका आभारी और ऋणी है। कार्यक्रम का संचालन सतपाल सिंह मीत ने किया। कार्यक्रम समाप्ति के उपरान्त गुरु का लंगर वितरित किया गया।
रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी