दिल्ली दंगों में आरोपी निलंबित आप पार्षद ताहिर हुसैन को लेकर दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट फाइल की है उसमें खुलासा किया गया है कि ताहिर हुसैन पिंजरा तोड़ ग्रुप के साथ लगातार संपर्क में थे. चार्जशीट के मुताबिक ताहिर हुसैन कथित रूप से पिंजरा तोड़ के सदस्यों और जेएनयू के छात्रों नताशा नरवाल और देवांगना कलिता के संपर्क में थे, जिन्होंने फरवरी में उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों को भड़काने में पूरा जोर लगाया था. दिल्ली पुलिस ने कहा कि इन लोगों ने पूरे राष्ट्र के सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचाया.
आरोप पत्र में, फ्लो चार्ट से पता चला कि हुसैन कथित तौर पर नरवाल और कलिता, वाजिद खान (शाहीन बाग में विरोध प्रदर्शन के आयोजन में कथित रूप से शामिल), हाजी बल्लो (खजुरी खास इलाके में सीएए विरोधी प्रदर्शन में कथित रूप से शामिल), हाजी मंगता (चांद बाग इलाके में विरोध प्रदर्शन के आयोजन में कथित तौर पर शामिल) और हसीबुल हसन (जाफराबाद क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन में कथित तौर पर शामिल) के संपर्क में था.
फरवरी में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान उत्तर पूर्वी दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा के सिलसिले में दाखिल आरोप पत्र में हुसैन का नाम मुख्य आरोपी के रूप और अन्य 10 आरोपियों के नाम है. इसमें कहा गया है कि हुसैन अल-हिंद अस्पताल के मालिक डा एम ए अनवर, सामाजिक कार्यकर्ता और सीएए विरोधी प्रदर्शनकारी वसीम अकरम त्यागी और कुछ वकीलों के संपर्क में भी था.
कलिता और नरवाल को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है. हालांकि उन्हें दंगे से संबंधित दो अलग मामलों में भी गिरफ्तार किया गया है. कलिता को सीएए विरेाधी प्रदर्शनों के दौरान पिछले वर्ष दिसम्बर में दिल्ली के दरियागंज क्षेत्र में हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था.