कांग्रेस और राजद की सरकारों ने बिहार की छवि को बिगाड़ने का कार्य किया था। बिहार में गरीबी, अराजकता,जातिवाद, भ्र्ष्टाचार को बढ़ावा दिया गया। लेकिन नीतीश कुमार की सरकार ने बिहार की छवि को बेहतर बनाया है। कांग्रेस व राजद ने जो राजनीतिक संस्कृति यहां स्थापित की थी,उससे बिहार को बाहर निकालने में सफलता मिली।
अब बिहार विकास के रास्ते पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। बिहार के हित में राजद व कांग्रेस को पुनः मौका नहीं मिलेगा। यहां के लोग कांग्रेस राजद के जंगल युग की वापसी नहीं चाहते। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस राजद पर निशाना लगाया। कहा कि जंगलराज के युवराज को आराम और नीतीश को काम करने का पुनः मौका दीजिए। प्रधानमंत्री मोदी ने देश की राजनीतिक संस्कृति को बदल दिया है। इसका असर बिहार में भी दिख रहा है। जंगलराज वाले भी अब मुखौटा लगाकर अच्छी अच्छी बात कर रहे हैं। बड़े बड़े वादे कर रहे है।
लेकिन इनकी राजनीतिक संस्कृति में सुशासन का कोई स्थान नही है। नड्डा ने कहा कि जब जंगलराज के युवराज विपक्ष के नेता थे तब पूरे साल सदन से नदारद रहे। बजट सत्र में एक दिन भी विधानसभा नहीं गए। विधानसभा में विपक्ष के नेता का गायब होना बिहार की जनता के साथ धोखा है। उनके काम करने के तरीके का अनुमान लगाया जा सकता है। इसलिए मतदाता मेहनत करने वाले नीतीश कुमार को पुनः मुख्यमंत्री बनाएंगे। दोनों युवराज राहुल गांधी और तेजस्वी यादव दिल्ली में कोरोना महामारी के दौरान बैठे थे।
क्योंकि वे कोरोना से डर गए थे। अब ये दोनों पूछ रहे हैं कि कोरोना के दौरान बिहार में क्या हुआ। नड्डा ने कहा कि महामारी के दौरान केवल नीतीश कुमार सरकार और भाजपा कार्यकर्ताओं ने बिहार की जनता का ध्यान रखा। नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनने से पहले बिहार की लड़कियां बीच में ही स्कूल की पढ़ाई छोड़ देती थीं। लेकिन आज स्थिति बदल गई है। लड़कियां शान के साथ पोशाक पहनकर साइकिल से स्कूल जाती हैं। इस अवधि में यहां विकास के उल्लेखनीय कार्य हुए है।