पश्चिम बंगाल में 2021 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं लेकिन उसी के कुछ महीने पहले से ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने भाषण देने शुरू कर दिए हैं। उन्होंने बीते बृहस्पतिवार को कहा कि, ‘राज्य सरकार द्वारा संचालित स्वास्थ्य योजना ‘स्वास्थ्य साथी’ का लाभ एक दिसंबर, 2020 से अब प्रदेश के प्रत्येक परिवार और व्यक्ति को प्राप्त होगा।’
केवल यही नहीं बल्कि ‘स्वास्थ्य साथी’ की केन्द्र की योजना ‘आयुष्मान भारत’ के साथ तुलना करते हुए ममता ने कहा कि, ‘केंद्रीय योजना को राज्यों के साथ 60:40 के अनुपात में लागू किया जाता है, जबकि ‘स्वास्थ्य साथी’ पर आने वाला पूरा वित्तीय खर्च पश्चिम बंगाल सरकार उठाती है।’
इसी के साथ उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ‘‘इससे पहले हमने ‘स्वास्थ्य साथी’ के तहत कम से कम 7.5 करोड़ लोगों को लाभ देने का फैसला लिया था। आज मैं घोषणा करती हूं कि इस योजना के तहत पश्चिम बंगाल के प्रत्येक परिवार, प्रत्येक व्यक्ति, बुजुर्ग, बच्चे या महिला सभी को इस योजना के तहत लाभ मिलेगा, फिर चाहे वे किसी भी धर्म को मानने वाले हों।’’
आगे उन्होंने यह भी कहा, ‘‘आयुष्मान भारत के लिए केन्द्र सरकार महज 60 प्रतिशत राशि देती है। बाकी 40 प्रतिशत कौन देगा? अगर आम आदमी को पांच लाख के बीमा के लिए 2.5 लाख रुपये देने पड़ें तो वह ऐसा बीमा क्यों कराएगा। हमारी स्वास्थ्य साथी योजना पूरी तरह से सरकार द्वारा वित्त पोषित है।’’
आगे अपनी बात को बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि, ‘अगर वे आयुष्मान भारत का पूरा खर्च उठाना चाहते हैं तो वह इसे चलाएं। वे ऐसा क्यों नहीं करते हैं। योजना का लाभ लेने के लिए प्रत्येक परिवार को एक स्मार्ट कार्ड दिया जाएगा। इसके तहत राज्य के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को शामिल किया गया है।’ आप सभी को हम यह भी बता दें कि ममता बनर्जी द्वारा औपचारिक रूप से दिसंबर 2016 में शुरू की गई इस योजना के तहत लोगों को प्रतिवर्ष पांच लाख रुपये का बीमा कवर मिलेगा।