प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके इजराइली समकक्ष बेंजामिन नेतनयाहू तीन मूर्ति चौक का नाम बदलकर तीन मूर्ति हाइफा चौक करने के मौके पर यहां तीन मूर्ति मेमोरियल में एक औपचारिक समारोह में हिस्सा लेंगे। सरकारी सूत्रों के मुताबिक दोनों नेता स्मारक पर पुष्पांजलि देंगे और आगंतुक पुस्तिका में हस्ताक्षर भी करेंगे। नेतनयाहू भारत की छह दिन की यात्रा पर भारत पहुंचे हैं।
यह भी पढ़े
डिफेंस फोर्स में कैप्टन रह चुके हैं इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू
कांस्य की तीन मूर्तियां करती हैं लैंसर का प्रतिनिधित्व
तीन मूर्ति पर कांस्य की तीन मूर्तियां हैदराबाद, जोधपुर और मैसूर लैंसर का प्रतिनिधित्व करती हैं जो 15 इंपीरियल सर्विस कैवलरी ब्रिगेड का हिस्सा थे। ब्रिगेड ने प्रथम विश्व युद्ध के दौरान 23 सितंबर 1918 में हाइफा शहर पर हमला किया था और उसे जीत लिया था।
44 भारतीय सैनिकों ने दी प्राणों की आहुति
प्रथम विश्व युद्ध में शहर की आजादी के लिए 44 भारतीय सैनिकों ने अपने प्राण का बलिदान दिया था, 61वीं कैवलरी ब्रिगेड 23 सितंबर को स्थापना दिवस या ‘हाइफा दिवस’ मनाती है।